लखनऊ| युवाओं को तकनीकी रूप से दक्ष और साधन-संपन्न बनाने के लिए ₹3,000 करोड़ की विशेष निधि बनाने के सीएम योगी के ऐलान के साथ ही सरकार ने इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है।कारपोरेट जगत, वित्तीय संस्थाओं और विश्वविद्यालयों के सहयोग से तैयार होने वाले इस विशाल कोष के संबंध में विस्तृत योजना तैयार हो गई है। यह निधि न केवल एक करोड़ युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन मुहैया कराने में मददगार साबित होगी, बल्कि शिक्षण संस्थाओं में फ्री वाई-फाई सहित डिजिटल एक्सेस के बंदोबस्त में भी उपयोगी होगी। उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य होगा, जहां युवाओं के लिए इतना बड़ा कोष तैयार किया जा रहा है।
बीते गुरुवार को विधानसभा में सीएम योगी की नौजवानों पर केंद्रित ऐतिहासिक ऐलानों ने न केवल छात्र-छात्राओं बल्कि, उनके अभिभावकों को भी बड़ी राहत दी है। देश में सबसे ज्यादा युवा आबादी वाले सूबे में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए खास भत्ता की घोषणा से युवाओं में उत्साह भर दिया है। सीएम योगी की यह योजना कई मायनों में खास मानी जा रही है।
बीते फरवरी में सिविल सेवा, नीट, जेईई आदि परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी के लिए अभिनव “अभ्युदय योजना” की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने छात्र-छात्राओं से “सपने देखो-कदम बढ़ाओ-हम देंगे संसाधन” का भरोसा दिया था। विधानसभा में योगी की ताजा घोषणाएं इसी वादे को पूरा करने की दिशा में कदम मानी जा रही है। बहुत जल्द स्नातक, परास्नातक, इंजीनियरिंग, डिप्लोमा के छात्रों के साथ-साथ अभ्युदय योजनांतर्गत अध्ययनरत युवाओं को भी मुफ्त टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित किया जाएगा।