लखनऊ। आज विश्व क्षयरोग दिवस है। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि विश्व क्षय रोग दिवस, पूरी दुनिया में ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) से ग्रसित बच्चों और नागरिकों को इससे मुक्त कराने के अभियान को एक नई गति देने का दिवस है। वर्ष 1882 में पहली बार टीबी के विषाणु की पहचान हुई थी। इतने वर्षों बाद भी अब तक हम दुनिया को इस रोग से मुक्त नहीं करा पाए हैं। WHO ने लक्ष्य रखा है कि वर्ष 2030 तक दुनिया को इस बीमारी से मुक्त कराया जाए। विश्व क्षय रोग दिवस, पूरी दुनिया में ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) से ग्रसित बच्चों और नागरिकों को इससे मुक्त कराने के अभियान को एक नई गति देने का दिवस है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में टीबी मरीजों की संख्या कम हुई है। समयबद्ध ढंग से उपचार की व्यवस्था इस बीमारी से मुक्त करा सकती है। इस बीमारी से पीड़ित किसी भी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। बल्कि इलाज के लिए शासन की योजनाओं से उसे जोड़ना चाहिए। इसके लिए केंद्र व प्रदेश सरकार व्यापक पैमाने पर संसाधन उपलब्ध करा रही है।
सीएम योगी ने कहा कि केंद्र सरकार ने सुनिश्चित किया है कि टीबी के चिह्नित प्रत्येक मरीज को किट उपलब्ध करवाने के साथ ₹500 प्रति महीने दिए जाएंगे, जिससे मरीज पौष्टिक आहार ले सके। जब तक व्यक्ति टीबी से मुक्त नहीं हो जाता, यह राहत जारी रहेगी।