देहरादून। उत्तराखंड के नैनीताल में एक जीप के गहरी खाई में गिर जाने से उसमें सवार 8 लोगों की मौत हो गई है। यह हादसा छीड़ाखान-रीठासाहिब मोटर मार्ग पर हुआ है। बताया जा रहा है कि जीप में कुल 11 लोग सवार थे जिनमें से 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो लोगों से अस्पताल में दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि बस में कुल 11 लोग सवार थे। इनमें से तीन की हालत गंभीर है।
हादसे की खबर पुलिस प्रशासन को दी गई जिसके बाद मौके पर पुलिस की रेस्क्यू टीम पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से उन्होंने जीप में मौजूद घायलों को निकाला और हॉस्पिटल पहुंचाया. फिलहाल घायलों का इलाज चल रहा है और मृतकों की शिनाख्त कर उनके परिजनों को सूचित किया जा रहा है। मृतकों के नाम हैं – श्रीमती धनी देवी w/o श्री रमेश पनेरू, तुलसी प्रसाद सुपुत्र रमेश चंद्र, रमा देवी पत्नी तुलसी प्रसाद, योगेश सुपुत्र तुलसी प्रसाद, देवी दत्त सुपुत्र ईश्वरी दत्त, नरेश पनेरु सुपुत्र पूरन पनेरू, शिवराज सिंह सुपुत्र कुंवर सिंह, नवीन सिंह सुपुत्र कुंवर सिंह.
इस बीच उत्तराखंड के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने का अभियान अब भी जारी है। बता दें कि सुरंग में ये मजदूर पिछले 5 दिनों से फंसे हुए हैं। शुक्रवार को सुरंग में नई और शक्तिशाली ऑगर मशीन को लाया गया जिसने 21 मीटर मलबे को भेद दिया है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
बता दें कि सिलक्यारा में बने उत्तरकाशी जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, सुरंग में जमा मलबे में सुबह 6 बजे तक 21 मीटर तक की दूरी की ड्रिलिंग की जा चुकी है। वहीं लगातार यह ड्रिलिंग जारी है। जानकारी के मुताबिक, सुरंग में 45-40 मीटर तक मलबा जमा है। ड्रिलिंग के जरिए मलबे के हटाया जाएगा और लोगों को रेस्क्यू किया जाएगा। प्लान कुछ ऐसा है कि ड्रिलिंग के जरिए मलबे में रास्ता बनाते हुए 800मिमी और 900 मिमी व्यास के कई बड़े पाइप को एक के बाद एक इस तरह से डाला जाएगा कि मलबे के अंदर दूसरी तरफ एक वैकल्पिक सुरंग बन जाए, ताकि इसी के जरिए मलबे में फंसे मजदूर बाहर निकल जाएं।