लखनऊ। देवरिया जिले के जिला अस्पताल में भर्ती एक बंदी मंगलवार की देर शाम फरार हो गया। वह कुशीनगर के रामकोला में हुए एक हत्या के मामले में आरोपी था। हत्यारोपी बंदी के फरार होने की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के मेंहदीगंज में 28 सितंबर 2022 की रात विधवा पूजा (35) पुत्री कांता प्रसाद की हत्या हुई थी। हत्यारे ने दीवार पर तीन लोगों का नाम खून से लिखा था।
इस मामले में महिला के पिता कांता प्रसाद की तहरीर पर मृतका की सास समेत पांच के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ था। पुलिस की जांच में पता चला कि अयोध्या के इनायत नगर थाना क्षेत्र के गहनो खिहारन बरूआ बाजार के रहने वाले प्रवीण पाल उर्फ प्रदीप पाल पुत्र रामअजोर पाल ने वारदात को अंजाम दिया है।
पुलिस ने उसे दबोच कर पूछताछ की तो उसने बताया कि अपनी प्रेमिका के भाई और पिता को सबक सिखाने के लिए उसने उनके पड़ोस की विधवा महिला को लोहे की नुकीले रॉड से गोद कर मार डाला और इसके बाद उन लोगों का नाम दीवार पर लिख दिया था , जिससे पुलिस उन्हें जेल भेज दे। पूछताछ के बाद पुलिस ने प्रवीण पाल को 29 अक्तूबर को कोर्ट में पेश किया, जहां से जिला कारागार देवरिया भेज दिया गया। यहां आने के बाद उसने बंदीरक्षकों से पेट दर्द की बात कही। इस पर जेल प्रशासन ने उसे जेल के डॉक्टर को दिखाया।
चिकित्सक ने उसे सोमवार को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जेल प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती कराया, जहां से मंगलवार की देर शाम वह फरार हो गया। इसकी जानकारी होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सीओ श्रीयश त्रिपाठी व कोतवाल कपिलदेव चौधरी जिला अस्पताल पहुंचे और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। फरार बंदी को ढूंढ़ने के लिए पूरा अस्पताल खंगाल डाला गया लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका