पंजाब के लुधियाना से बिहार जा रही एक्सप्रेस ट्रेन में एक पति अपनी पत्नी के शव के साथ 500 किलोमीटर का सफर करता रहा। इस बात की जानकारी यात्रियों ने रेलवे पुलिस को दी। सूचना मिलने पर टीटीई ने कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी। शाहजहांपुर जंक्शन पर मोरध्वज एक्सप्रेस का स्टापेज न होने के बाद भी ट्रेन को रुकवाया गया।
दरअसल नवीन ने मोरध्वज एक्सप्रेस के जनरल कोच का टिकट लिया था, लेकिन जनरल कोच में भीड़ अधिक होने की वजह से नवीन बीमार पत्नी को लेकर स्लीपर कोच की गैलरी में बैठ गए। लुधियाना से ट्रेन निकलने के कुछ देर बाद ही उसकी पत्नी उर्मिला की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जिसके बाद उसने किसी को घटना की सूचना नहीं दी और पत्नी के शव के साथ ही लगभग 500 किलोमीटर तक ट्रेन पर यात्रा जारी रखी।
रेलवे पुलिस बल और जीआरपी ने चिकित्सक के साथ मिलकर महिला के शव को ट्रेन से नीचे उतार कर शव को पोस्टमॉर्टेम के लिए भेज दिया है। फिलहाल आगे की जांच जारी है। मृतका के पति से भी पूछताछ की जा रही है।