दिल्लीः साल के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन में नोवाक जोकोविच से जुड़ा मामला तूल पकड़ चुका है। दुनिया के नंबर एक पुरुष टेनिस खिलाड़ी का वीजा मेलबर्न पहुंचते ही रद्द कर दिया गया था। उन पर कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाने का आरोप है, जबकि ऑस्ट्रेलिया में इसको लेकर सख्त कानून हैं। फिलहाल जोकोविच मेलबर्न में आव्रजन अधिकारियों की हिरासत में हैं। सोमवार को कोर्ट में जोकोविच के मामले पर फैसला होगा कि वह ऑस्ट्रेलियन ओपन खेलेंगे या अपने देश सर्बिया वापस लौट जाएंगे।
जोकोविच ने नहीँ लगवाई कोरोना की वैक्सीन
जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियन ओपन में आने से पहले वैक्सीन लगवाने से इनकार कर दिया था। वे मेडिकल सर्टिफिकेट के द्वारा टूर्नामेंट में एंट्री करना चाहते थे। आयोजनकर्ताओं ने तो हामी भर दी, लेकिन वहां की सरकार नहीं मानी। सरकार ने कहा कि जोकोविच को कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाने का वैध कारण बताना होगा। इसके बाद जोकोविच के वकील ने बताया कि 16 दिसंबर को सर्बियाई खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव आया था। इस वजह से वह अभी वैक्सीन लगवाने में असमर्थ हैं।
बिना मास्क के कार्यक्रम में पहुंचे थे
जोकोविच के वकील के इस बयान से वह खुद परेशानियों में घिरते दिख रहे हैं। दरअसल, 16 दिसंबर को कोरोना संक्रमित होने के बाद जोकोविच बेलग्रेड में युवा टेनिस खिलाड़ियों के एक इवेंट में बिना मास्क के दिखाई पड़े थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेलग्रेड टेनिस फेडरेशन समारोह के बाद सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था, जिसमें जोकोविच सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ियों को कप और अवॉर्ड दे रहे थे।
बेलग्रेड में आयोजित हुआ था कार्यक्रम
यह समारोह बेलग्रेड के नोवाक टेनिस सेंटर में आयोजित की गई थी। इसमें केवल अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी ही शामिल हुए थे। इस समारोह के कुछ फोटोज भी सामने आए हैं, जिसमें जोकोविच फेडरेशन के अधिकारियों और कप-अवॉर्ड लिए 20 युवा खिलाड़ियों के साथ पोज करते हुए दिख रहे हैं। इनमें से किसी ने भी मास्क नहीं लगा रखा था। इसी समारोह में फेडरेशन के मालिक मिलान स्लावकोविच ने जोकोविच को एक आइकन से सम्मानित भी किया था।
जोकोविच को सम्मानित भी किया गया
यह सम्मान उन्हें टेनिस में अभिन्न योगदान के लिए दिया गया था। यह सम्मान सर्बियाई मीडिया में खूब रिपोर्ट किया गया था। इसके अलावा जोकोविच 16 दिसंबर को एक और समारोह में शामिल हुए थे। दरअसल, सर्बियाई राष्ट्रीय डाक सेवा ने जोकोविच को सम्मानित किया था। इसमें उन्हें और उनकी खेल उपलब्धियां को दर्शाया गया था। इस समारोह की तस्वीर खुद जोकोविच ने 17 दिसंबर को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था।
जोकोविच पर उठ रहे कई सवाल
ऐसे में सवाल यह उठ रहे हैं कि कोरोना संक्रमित होने के बावजूद जोकोविच बिना मास्क के इतने सारे समारोह में घूम कर आए और सबसे मिला भी। अगर वह सच में कोरोना संक्रमित थे, तो उन्होंने कोरोना स्प्रेडर का काम किया। कोरोना संक्रमित होते हुए भी जोकोविच युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ समारोह के अधिकारियों से भी मिले। रिपोर्ट्स के मुताबिक जोकोविच इसी वजह से वैक्सीन नहीं लगवा पाने के कारण का खुलासा करने में भी डर रहे थे।
जोकोविच का वीजा रद्द किया गया
दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का वीजा ऑस्ट्रेलिया ने रद्द कर दिया। जोकोविच ने इसे स्थानीय कोर्ट में चुनौती दी है। इस पर सोमवार को फैसला होगा कि 20 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलेंगे या उन्हें वापस घर भेजा जाएगा। तब तक जोकोविच को सरकारी रिफ्यूजी डिटेंशन सेंटर में रहना होगा।
सर्बिया के 34 वर्षीय जोकोविच बुधवार को मेलबर्न पहुंचे थे। इसके बाद उन्हें करीब आठ घंटे तक एयरपोर्ट पर रोके रखा। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई सीमा बल ने उनका वीजा रद्द करने की घोषणा की। सीमा बल का कहना है कि देश में प्रवेश के लिए जोकोविच सभी मानदंडों पर खरे नहीं उतरे हैं। सीमा अधिकारियों ने उनकी चिकित्सा छूट को स्वीकार नहीं किया।
जोकोविच ने किया था वैक्सीन का विरोध
पिछले वर्ष ही जोकोविच ने वैक्सीन का खुलकर विरोध किया था। उन्होंने एक फेसबुक चैट के दौरान कहा था कि वह वैक्सीनेशन के खिलाफ हैं। उन्हें यह पसंद नहीं कि टेनिस खेलने के लिए कोरोना का टीका लगवाना पड़े। यह उनका व्यक्तिगत मामला है। इसका टेनिस से कोई लेना-देना नहीं। हालांकि, टीका नहीं लगवाने की वजह नहीं बताई थी।
टूर्नामेंट के लिए टीकाकरण जरूरी
विक्टोरिया प्रदेश सरकार ने 17 जनवरी से शुरू हो रहे ऑस्ट्रेलियन ओपन में सिर्फ उन्हीं खिलाड़ियों, अधिकारियों और दर्शकों को प्रवेश की अनुमति दी है जिन्हें कोरोना के दोनों टीके लग चुके हैं। 34 साल के जोकोविच फिलहाल पुरुषों की रैंकिंग में पहले स्थान पर हैं। उन्होंने अपने करियर में 20 ग्रैंडस्लैम समेत कुल 84 खिताब जीते हैं। उनके पास कुल 1154 करोड़ रुपये की इनामी राशि है