नई दिल्ली। कुश्ती के फ़ाइनल मैच में एक अंक से मिली हार से सदमें में आकर सुसाइड करने वाले रेसलर रितिका फोगाट को लेकर अब गीता फोगाट का बयान सामने आया है। गीता फोगाट ने कहा है कि हार-जीत खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा होता है और किसी भी खिलाड़ी को ऐसे कदम नहीं उठाना चाहिए।
गीता फोगाट ने टिवटर पर लिखा, भगवान मेरी छोटी बहन मेरे मामा की लड़की रितिका की आत्मा को शांति दे। मेरे परिवार के लिए बहुत ही दुख की घड़ी है। रितिका बहुत ही होनहार पहलवान थी। पता नहीं क्यों उसने ऐसा कदम उठाया। हार-जीत खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा होता है हमें ऐसा कोई कदम नहीं उठाना चाहिये।
17 साल की रितिका ने राजस्थान के भरतपुर के लोहागढ़ स्टेडियम में आयोजित स्टेट लेवल सब जूनियर टूनार्मेंट में हिस्सा लिया था। इस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में रितिका एक अंक से हार गईं थी और इस हार से निराश होकर उन्होंने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
खबरों के मुताबिक, रितिका ने बुधवार रात करीब 11 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपने फूफा और द्रोणाचार्य अवॉर्डी कोच महाबीर फोगाट से कुश्ती की ट्रेनिंग ली थी। महाबीर भी फाइनल के दिन मुकाबले के समय मौजूद थे।