नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों और उच्च स्तर के कारोबारी प्रतिनिधिमंडल के साथ दो दिन की श्रीलंका यात्रा पर जा रहे हैं। इमरान का राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से द्विपक्षीय मुलाकात का कार्यक्रम है और इस दौरान व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, तकनीक, रक्षा और पर्यटन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी।
हालांकि इमरान के लिए सबसे बड़ी समस्या ये थी कि उन्हें भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करते हुए श्रीलंका जाना था, उन्हें डर था कहीं भारत उन्हें अपने हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल से रोक न दे, लेकिन भारत ने बड़ा दिल दिखाते हुए इसकी इजाजत दे दी है। साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अमेरिका गए थे, तब पाकिस्तान ने उनके विमान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति नहीं दी थी, जिस कारण पीएम मोदी के विमान को लंबा सफर तय करके अमेरिका जाना पड़ा था।
इससे पहले श्रीलंकाई सरकार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की आगामी श्रीलंका यात्रा के दौरान श्रीलंकाई संसद में उनके द्वारा दिए जाने वाले संबोधन को रद्द कर दिया गया है। श्रीलंका को डर था इमरान अपने सम्बोधन के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठा सकते हैं जिससे भारत नाराज हो सकता है। भारत की नाराजगी से बचने के लिए श्रीलंकाई सरकार ने ये कदम उठाया है।
बता दें कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के साथ मुलाकात और एक निवेशक सम्मेलन में भाग लेने के अलावा इमराना को 24 फरवरी को श्रीलंका की संसद को संबोधित करना था। श्रीलंकाई सरकार के भीतर ऐसे तत्व थे, जो चाहते थे कि इमरान का भाषण नहीं हो क्योंकि उन्हें डर था कि ऐसा करने से भारत के साथ संबंध और भी खराब हो सकते हैं, क्योंकि कोलंबो बंदरगाह में ईस्ट कंटेनर टर्मिनल पर एक सौदा रद्द होने से पहले से ही संबंधों में कड़वाहट है।