नई दिल्ली। दिल्ली में वैक्सीन की कमी होने पर बुधवार को मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने केंद्र को दोषी ठहराया। केजरीवाल ने अपने बयान में कहा कि लोगों की जानें बचाई जा सकती थीं अगर समय से वैक्सीन की उपलब्धि हो जाती तो। केजरीवाल ने केंद्र की आलोचना करते हुए ये भी कहा के भारत ने सबसे पहले वैक्सीन बनाई उसके बावजूद वैक्सीन में कमीं क्यों।
केजरीवाल ने वैक्सीन को 6 महीने देर से पहुंचने को लेकर केंद्र पर आरोप लगाया। भारत को दूसरे देशों से तुलना करते हुए मुख्यमंत्री ने बोला कि जब दूसरे देशों में वैक्सीन लग रही थी तब भारत बजाय अपने लोगों में वैक्सीन बांटने के दूसरे देशों को बाँट रहा था।
प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री कहते हैं कि चार दिनों से वैक्सीन ख़त्म हो चुकी है , न सिर्फ युवाओं कि बल्कि बुज़ुर्गों की भी वैक्सीन ख़त्म हो चुकी है। केजरीवाल ने कहा कि राज्यों से वैक्सीन को लेकर कह दिया गया कि अपना-अपना देख लें। सभी राज्य वैक्सीन हासिल करने की कोशिश करने में जुट गए। ग्लोबल टेंडर निकाले, लेकिन कंपनियों ने राज्यों को वैक्सीन देने से मना कर दिया। एक भी टीका नहीं मिला। ऐसे समय में कैसे कह सकते कि सब राज्य सरकारें अपना-अपना देख लें। कल को अगर पाकिस्तान भारत से युद्ध करता है तो हम ये थोड़े कहेंगे कि सब राज्य सरकारें अपना-अपना देख लें। यूपी वाले अपना टैंक खरीद लें, दिल्ली वाले अपने हथियार खरीद लें. ऐसे थोड़े होता है।