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हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति पी.अप्पा राव को हटाने की मांग

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हैदराबाद | हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति पी.अप्पा राव को हटाने की मांग को लेकर वामपंथी दलों ने यहां राजभवन के सामने प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय के कुलपित अप्पा राव को तत्काल हटाने तथा छात्रों पर पुलिस की ज्यादतियों के खिलाफ अपने प्रदर्शन ‘चलो राजभवन’ के तहत कम्युनिस्ट पार्टियों के कार्यकर्ताओं व नेताओं ने राजभवन तक मार्च किया। राजभवन के बाहर पुलिस ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय सचिव वी.नारायण व अन्य को आगे बढ़ने से रोक दिया। वे राज्यपाल ई.एस.एल.नरसिम्हन से कुलपति को तत्काल हटाने के लिए केंद्र से अनुरोध करने की मांग कर रहे थे।

प्रदर्शनकारी अप्पा राव व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान, पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई, जिसके कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया। बाद में पुलिस ने नारायण सहित प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें गोशामहल पुलिस थाने ले जाया गया। इससे पहले, संवाददाताओं से बातचीत में नारायण ने कहा कि अप्पा राव की कुलपति के रूप में वापसी से विश्वविद्यालय में माहौल अशांत हो गया है। बीते 22 मार्च को कुलपति को हटाने की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस की ज्यादती के लिए उन्होंने अप्पा राव को जिम्मेदार ठहराया। नारायण ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अप्पा राव को ही कुलपति के रूप में इसलिए वापस भेजा है क्योंकि वह परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का प्रभुत्व चाहती है।

उन्होंने कहा कि दलित शोध छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी के मामले में अप्पा राव के खिलाफ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के तहत मामला दर्ज किए जाने के बावजूद उन्हें दोबारा कुलपति बनाकर भेजा गया। भाकपा नेता ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने एक सप्ताह पहले ही घोषणा की थी कि वे कुलपति को हटाने के मुद्दे को केंद्र के समक्ष उठाएंगे, लेकिन उन्होंने अभी तक कुछ नहीं किया है। नारायण ने यह भी मांग की कि कुलपति को हटाने के लिए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू को केंद्र पर दबाव डालना चाहिए।

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