Uttar Pradesh

CMS के छात्र ने मनवाया अपनी प्रतिभा का लोहा, 8 विदेशी यूनिवर्सिटीज़ में प्रवेश का मिला आमंत्रण

लखनऊ। सिटी मांटेसरी स्कूल के छात्रों ने समय-समय पर अपनी प्रतिभा का लोहा विश्व पटल पर मनवाया है। हाल ही में सीएमएस के दो छात्रों ने इण्टरनेशनल बेन्चमार्क टेस्ट (आईबीटी) में 100 परसेन्टाइल के साथ विश्व में पहली रैंक हासिल कर देश का मान बढ़ाया था। अब सीएमएस राजाजीपुरम के छात्र आदर्श उपाध्याय को विश्व की प्रसिद्ध 8 यूनिवर्सिटीज के द्वारा प्रवेश का आमंत्रण मिला है। इनमें से 6 यूनिवर्सिटीज ने 4 साल के कोर्स की अवधि के लिए आदर्श को स्काॅलरशिप की पेशकश भी की है।

सिटी मांटेसरी स्कूल के जन-सम्पर्क अधिकारी ऋषि खन्ना ने बताया कि आदर्श को जिन 6 यूनिवर्सिटीज ने उच्च स्काॅलरशिप की पेशकश की है उनमें से अमेरिका के क्लार्कसन विश्वविद्यालय ने आदर्श को 4 साल के लिए 80,000 अमेरिकी डाॅलर, साउथवेस्टर्न यूनिवर्सिटी, फ्लोरिडा सदर्न यूनिवर्सिटी व आॅस्टिन यूनिवर्सिटी द्वारा 4 साल के लिए 72,000 अमेरिकी डाॅलर और केटरिंग यूनिवर्सिटी द्वारा 4 साल के लिए 60,000 अमेरिकी डाॅलर एवं मार्केट यूनिवर्सिटी द्वारा 56,000 की अमेरिकी डाॅलर के स्काॅलरशिप की पेशकश की है। इसके अलावा आदर्श को यूनिवर्सिटी आॅफ मैरीलैंड, बाल्टीमोर कंट्री (यूएमबीसी) अमेरिका तथा यूनिर्वसिटी आॅफ न्यू हैम्पशायर, यूएसए द्वारा भी प्रवेश का आमंत्रण दिया गया है।

ऋषि खन्ना ने बताया कि सिटी मांटेसरी स्कूल के संस्थापक-प्रबन्धक डाॅ जगदीश गांधी ने आदर्श की इस शानदार उपलब्धि के लिए आदर्श के साथ ही सीएमएस राजाजीपुरम कैम्पस की प्रिंसिपल और उनके टीचर्स को भी बधाई दी है। सीएमएस की अध्यक्षा प्रोफेसर गीता गांधी किंगडन ने कहा कि सीएमएस अपने छात्रों को विश्व स्तर पर अच्छी पढ़ाई के अवसरों को दिलाने के लिए हमेशा से ही प्रयासरत रहा है, जिसमें विदेशों में अध्ययन का अवसर भी शामिल है।

उन्होंने कहा कि सीएमएस गोमती नगर उत्तर प्रदेश का एकमात्र सैट परीक्षा का केंद्र है, जो कि प्रदेश के छात्रों को कम खर्च में दुनिया भर के कुछ अच्छे विश्वविद्यालयों में पढ़ाई के लिए उनकी क्षमता और योग्यता को विकसित करने में मदद कर रहा है। खन्ना ने आगे कहा कि यह गर्व की बात है कि कई प्रतिभाशाली सीएमएस के छात्र ब्रिटेन, अमरीका, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जर्मनी, जापान, सिंगापुर आदि में प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्राप्त कर रहे हैं।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH