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राष्ट्रमंडल खेल : संदिग्ध डोपिंग मामले में फंसे राकेश, इरफान की मान्यता रद्द

गोल्ड कोस्ट (आस्ट्रेलिया), 13 अप्रैल (आईएएनएस)| भारतीय एथलीट राकेश बाबू और इरफान कोलोथुम थोडी को यहां जारी 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में ‘सुई साथ न रखने’ की नीति के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। इस कारण राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने उन्हें स्वदेश वापस भेज दिया है।

सीजीएफ ने गुरुवार को उनके चिकित्सा आयोग द्वारा भारतीय टीम के खिलाफ की गई शिकायत पर कार्रवाई की।

सीजीएफ के अनुसार, राकेश और इरफान के राष्ट्रमंडल खेल गांव के क्वार्टरों में सुइयां पाई गईं। इसलिए दोनों को संदिग्ध डोपिंग मामले के तहत भारत भेज दिया गया है।

एक सफाईकर्ता ने उनके कमरों में टेबल के पास रखे गए कपों में इन सुइयों को देखा था।

सीजीएफ ने बयान में कहा, सफाईकर्ता की गवाही विश्वसनीय है, जिसने राष्ट्रमंडल खेल गांव के सातवें अपार्टमेंट के दूसरे कमरे में राकेश और इरफान के कप में सुईं पाई।

राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने अपने बयान में कहा, राकेश और इरफान ने सुई साथ न रखने की नीति का उल्लंघन किया है। वे दोनों इस नीति के अनुच्छेद एक, दो, तीन और चार का पालन नहीं कर सके। ये चारों अनुच्छेद सुइयों के इस्तेमाल के संबंध में है।

सीजीएफ ने कहा, राकेश और इरफान को इस मामले में तुरंत प्रभाव के साथ राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर कर दिया गया है। उनकी मान्यता को भी रद्द कर दिया गया है।

राकेश को शुक्रवार को तिहरी कूद का फाइनल खेलना था, जिसमें उन्होंने 12वें स्थान पर रहकर क्वालीफाई किया था। इसके अलावा, इरफान की 20 किमी पैदलचाल स्पर्धा हो चुकी है, जिसमें वह 13वें स्थान पर रहे।

ऐसा कहा गया कि दोनों एथलीट ‘सुई साथ न रखने’ की नीति के उल्लंघन के मामले में अपना बचाव करने में असफल रहे। इसके लिए सीजीएफ ने भारतीय अधिकारियों को भी दंड दिया है।

इस मामले में सीजीएफ ने भारतीय दल के शेफ दे मिशन विक्रम सिंह सिसोदिया, महाप्रबंधक नामदेव श्रीगांवकर और एथलेटिक्स टीम के प्रबंधक रविंदर चौधरी को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी है, क्योंकि उनकी वह इस मामले के नियमों का पालन करने और एथलीटों से इनका पालन करवाने में असफल रहे।

बयान में कहा गया, इन परिस्थितियों में सीजीएफ सिसोदिया, श्रीगांवकर और चौधरी को सुझाव देगा कि भारतीय टीम के किसी भी और अन्य सदस्य की ओर से इस प्रकार की गलती उसके लिए भारी पड़ सकती है और उसकी मान्यता भी रद्द कर दी जाएगी।

भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) ने कहा कि इरफान को माफ किया जाना चाहिए क्योंकि सुई राकेश के बैग में पाई गई है।

आईओए ने बयान में कहा, इस पूरे मामले में काफी चीजें उलझी हुई हैं। हमारा सवाल यह है कि उन्होंने राकेश के बैग में सुई मिलने के कारण इरफान की मान्यता रद्द क्यों की? उस अपार्टमेंट में छह एथलीट थे। राकेश के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन इरफान क्यों? बहुत उलझन है।

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