नई दिल्ली। चुनाव के दौरान नेता अक्सर जनता से बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद इन वादों को भुला दिया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी लोकसभा चुनावों के दौरान जनता से वादा किया था कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आई तो वो हर नागरिक के बैंक खातें में 15 लाख रुपये डलवा देंगे। अब चुनाव तो हो गए और सत्ता में बीजेपी बहुमत से आ भी गई लेकिन वादें का क्या हुआ ये किसी को पता नहीं लगा।
अब आरटीआई कार्यकर्ता मोहन कुमार ने पीएमओ से पूछा है कि आपने हर नागरिक को 15 लाख देने का वादा किया था, अब उस वादे का क्या हुआ। जिस पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री कार्यलाय ने कहा है कि वादे की सूचना आरटीआई के दायरे में नहीं आती है और इसलिए इसका जवाब नहीं दिया जा सकता।
बता दें कि साल 2015 में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से यही सवाल एक टीवी इंटरव्यू में पूछा गया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि ये बात सिर्फ एक चुनावी जुमला थी। इसपर विपक्ष ने उन्हें जमकर घेरा था।