नई दिल्ली। 5 बार झारखंड के चाईबासा से सांसद और 4 बार विधायक। जी हां बात कर रहे हैं बागुन सुंबरुई की। इनकी एक और पहचान है। इन्होने कुल 58 शादियां की हैं। पहले तो खुद भी नहीं याद था कि इन्होने कितनी शादियां की हैं। बाद में खुलासा हुआ कि इन्होने कुल 58 शादियां की हैं। ये कोई भी मौसम हो सिर्फ एक धोती लपेटकर रहते हैं।
बागुन ने कहा कि मेरे नाम का अर्थ सारगर्भित है। हो भाषा में ‘बा’ यानी फूल और ‘गुन’ मतलब गुण। मेरे भीतर भी फूल का गुण है इसलिए नाम है बागुन। मैं भंवरा भी हूं क्योंकि मुझे फूलों से प्यार है।
बागुन ने इतनी शादियों के सवाल पर कहा कि पहले यहां हाट या मेला लगा करते थे। इनमें शामिल होने के लिए आने वाले कारोबारी आदिवासी लड़कियों का हैरेसमेंट करते थे। कई लड़कियां प्रेग्नेंट हो जाती थीं। बहुत झमेला होता था। ऐसी लड़कियों को मैंने अपना नाम देना शुरू किया। उनको सहारा दिया। कई लड़कियों ने मुझे पति बताकर नौकरी की। उनको कोई साथी मिला तो मुझे छोड़कर भी चली गईं। कई लड़कियां जिंदगी में आईं और गईं। कितनों का नाम याद रखें..? न किसी के आने पर एतराज था और न ही किसी के जाने पर।”
बता दें कि बागुन आदिवासी प्रान्त से हैं और उनके प्रान्त में एक से ज्यादा शादियां करने पर कोई रोक नहीं है। बागुन पूरे झारखण्ड में अपनी सादगी और सरल स्वाभाव के लिए जाने जाते हैं। इतनी बार संसद रहने के बाद भी वे आज सिर्फ 2 कमरों के घर में रहते हैं।