सेना पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाले देशों में पहले नंबर पर अमेरिका और दूसरे पर चीन बरकरार है। इस दौरान भारत भी सेना पर सबसे ज्यादा खर्च करने वाले टॉप 5 देशों में शामिल हो गया है। यह जानकारी स्वीडन के स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की रिपोर्ट से प्राप्त हुई।
अमेरिका और चीन के बाद तीसरे नंबर पर सऊदी अरब, चौथे पर रूस और फिर पांचवे स्थान पर भारत है। फ्रांस को पीछे छोड़ते हुए भारत इस स्थान पर पहुंचा है। आपको बता दें कि 2016 की तुलना में भारत ने एक साल में सैन्य खर्च में 5.5 बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि, टॉप-5 में शामिल होने के बावजूद भारत का रक्षा खर्च चीन से 3.6 गुना कम है। चीन ने अपना सैन्य खर्च करीब 80 हजार करोड़ रुपये बढ़ाते हुए 15.19 लाख करोड़ रुपये कर दिया है। जबकि भारतीय सेना में करीब 14 लाख सैन्यकर्मी हैं। वहीं दुनियाभर के कुल रक्षा खर्च की बात की जाए तो 115.92 लाख करोड़ रुपये का 60 प्रतिशत हिस्सा भारत और चीन का है।
टॉप 10 देशों के कुल सैन्य खर्च को देखें तो (आंकड़े लाख करोड़ रुपये में) अमेरिका 40.68, चीन 15.19, सऊदी अरब 4.60 रूस 4.40, भारत 4.26 खर्च करता है। वहीं, फ्रांस 3.86, ब्रिटेन 3.13, जापान 3.30, जर्मनी 2.95 और दक्षिण कोरिया 2.61 खर्च करता है।
जहां चीन, भारत और सऊदी अरब जैसे देश लगातार अपना सैन्य खर्च बढ़ा रहे हैं, वहीं रूस सैन्य खर्च को कम कर रहा है। पश्चिमी देशों के साथ तनाव के बावजूद रूस का सैन्य खर्च पिछले साल से घटकर 4.41 लाख करोड़ रुपये रह गया है, जो 2016 के मुकाबले 20 प्रतिशत कम है।
2010 से ही अमेरिका ने अपने सैन्य खर्च में कमी की थी, लेकिन 2017 में ये एक बार फिर अपने बढ़े हुए स्तर पर लौटी। गौतरलब है कि दुनिया के टॉप 10 देशों का सैन्य खर्च दुनियाभर की जीडीपी का 2.2 प्रतिशत है।