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BJP की इस महिला नेता ने BJP के ही दूसरे नेताओं पर किये तीखे वार, जानिए क्यों

बहराइच लोकसभा सीट से भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने दलितों के घरों में नेताओं के खाना खाने के चलन पर नाराजगी जताते हुए कहा दलित वर्ग का सिर्फ अपमान हो रहा है। नेता दलित के घर खाना खाने जाते हैं लेकिन खाना बनाने वाला कोई और होता है, परोसने वाला कोई और। खाना खाने और बनाने में बर्तन टेंट हाउस के प्रयोग किए जाते हैं। BJP नेता सावित्री ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बात कही।

उन्होंने कहा कि जहाँ हमारे संविधान में अनुच्छेद 14 से 18 में सामता के अधिकार प्रदान किये गए हैं वहीं अभी भी लोगों कि मानसिकता बहुत ही पिछड़ी है। सावित्री ने कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने भारत के संविधान में जाति व्यवस्था को खत्म करते हुए सबको बराबर की जिंदगी जीने का अधिकार दिलाया है। उन्होंने कहा कि संविधान को उसकी मूल भावना से लागू कर दिया जाए तो देश में गैर बराबरी और जाति व्यवस्था खुद ब खुद ही खत्म हो जाएगी।

साथ ही उन्होंने बीते दिनों तोड़ी गई अंबेडकर की मूर्तियों के बारे में उन्होंने कहा कि आंबेडकर प्रतिमा को तोड़ने और खंडित करने वालों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है जो लोग ऐसा कर रहे हैं उनकी गिरफ्तारी की जानी चाहिए।

उन्होंने आगे कहा, ”जब कोई दलित घोड़ी चढ़ता है तो उस दलित की हत्या कर दी जाती है।” इससे पहले पिछले महीने सावित्री ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित काशीराम स्मृति उपवन में ‘भारतीय संविधान और आरक्षण बचाओ महारैली का आयोजन’ कर सरकार के लिए असहज हालात पैदा कर दिए थे।

उमा भारती ने भी इस मुद्दे पर दिए दे चुकी हैं तीखे बयान

उमा भारती ने एक बार कहा था कि दलित परिवारों में जाकर बीजेपी नेताओं का ‘लंच डिनर स्टंट’ जारी है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि मैं भगवान राम नही जो दलित के घर मेरे खाना खाने से वो पवित्र हो जायेंगे। जब हम दलित को अपने घर बुलाएंगे और उनके साथ बैठ के खाना खायेंगे तब हम पवित्र हो जायेंगे।

उन्होंने कहा था कि दलितों के घर खाना खाने का तो मानो एक प्रचलन सा हो गया हैं ऐसा लगता है हम लोग अभी भी 21वीं सदी में जी रहे हैं। जहाँ एक तरफ हम लोग जात पात को ख़त्म करने कि बात करते हैं वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इन सब चीजों को कहीं न कहीं बढ़ावा दे रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी प्रतापगढ़ के एक दलित परिवार के घर खाना खाने पहुंचे थे। उस वक्त भी ऐसा कहा गया कि उनको परोसी गई रोटी बीजेपी की मंत्री स्वाति सिंह ने बनाई थी।

वहीं दूसरी ओर एक और मंत्री सुरेश राणा बीते मंगलवार को दलित परिवार के खाना खाने पहुंचे थे। लेकिन खाना तो मंत्री ने पेट भर के खाया लेकिन दलित के हाथ से बना नहीं, बल्कि हलवाई के द्वारा बनाया गया, जिस पर लोगों को सफाई देते हुए सुरेश राणा ने कहा भोजन तो गांव के दलितों ने ही बनाया था, जो सबने खाया।

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Vineet Bajpai
the authorVineet Bajpai
Senior Reporter & Copy Editor