महात्मा गांधी, नेहरू और अटल बिहारी बाजपेई के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में रोहिणी कोर्ट ने आशुतोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिये हैं। आपको बता दें कि आशुतोष ने दो साल पहले एक ब्लॉग लिखा था जिसमें उन्होंने इन लोगों पर टिप्पणी की थी, जिसको लेकर अब ये बवाल शुरू हो गया है।
इस बीच आशुतोष ने ट्विट करते हुए कहा कि उनके एक ब्लॉग में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी का मामला अदालत ले जाने वाले उनकी अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक लगाना चाहते हैं।
मेरे ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने का अदालत का आदेश आया है । अदालत का पूरा सम्मान है । लेकिन जो लोग अदालत गये हैं वो मेरे बोलने की आज़ादी पर रोक लगाना चाहते हैं । मैं अपना पक्ष अदालत में रखुंगा । गांधी मेरे आदर्श थे और रहेंगे । उनका अपमान करने का सवाल ही नही उठता ।
— ashutosh (@ashutosh83B) May 8, 2018
दिल्ली की स्थानीय अदालत ने दो साल पहले लिखे गये उनके इस ब्लॉग में महात्मा गांधी के बारे में की गयी टिप्पणी के पीछे सस्ती लोकप्रियता बटोरने का मकसद बताते हुये आशुतोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का सोमवार को आदेश दिया था। आप नेता ने आज अपनी प्रतिक्रया में कहा अदालत का पूरा सम्मान है लेकिन कई लोग मेरे बोलने की आजादी पर रोक लगाना चाहते हैं। मैं अपना पक्ष अदालत में रखूंगा।
आशुतोष ने कहा कि यह मामला ब्लॉग लिखने के दो साल बाद अदालत में उठाया गया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि गांधी मेरे आदर्श थे और रहेंगे। उनका अपमान करने का सवाल ही नही उठता। उल्लेखनीय है कि साल 2016 में आप विधायक संदीप कुमार के खिलाफ बलात्कार का एक मामला सामने आने पर आशुतोष ने इसे पार्टी विधायक की निजता का मामला बताते हुये एक ब्लॉग लिखा था। इसमें महात्मा गांधी पर की गयी टिप्पणी को अपमानजनक बताते हुये अदालत से पुलिस को आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश देने की मांग की गयी थी।