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शिवपाल बने सपा के प्रदेश अध्यक्ष, सीएम ने अहम विभाग छीने

समाजवादी पार्टी की घरेलू कलह, शिवपाल सपा के प्रदेश अध्यक्ष, मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, अहम विभाग छीनेakhilesh mulayam shivpal
समाजवादी पार्टी की घरेलू कलह, शिवपाल सपा के प्रदेश अध्यक्ष, मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, अहम विभाग छीने
akhilesh mulayam shivpal

लखनऊ।  समाजवादी पार्टी की घरेलू कलह बढ़ती जा रही है सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मंगलवार को देर शाम तेजी से बदले घटनाक्रम में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व यूपी के सीएम अखिलेश यादव के स्थान पर वरिष्‍ठ कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव को समाजवादी पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। इसके दो घंटे बाद ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह यादव के लगभग सभी महकमे छीन लिए और उन्हें समाज कल्याण के साथ भूमि विकास एवं जल संसाधन का कार्यभार दिया गया है।

मुलायम सिंह ने शिवपाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का फैसला दीपक सिंघल को पद से हटाने के करीब आठ घंटे बाद शाम 7 बजे लिया। इस फैसले की घोषणा सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने की। मुलायम सिंह के इस अप्रत्याशित फैसले के करीब दो घंटे बाद ही रात 9 बजे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक चिट्ठी राजभवन भेजी। इसमें कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव के सात विभागों का प्रभार कम करने की राज्यपाल से सिफारिश की गई। राज्यपाल ने भी इसे अविलंब मंजूर करते हुए अधिसूचना जारी कर दी।

अखिलेश ने लोक निर्माण विभाग लेकर खुद अपने पास रख लिया। होमगार्ड व प्रांतीय रक्षक दल मंत्री अवधेश प्रसाद को सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण का प्रभार दिया गया। वहीं माध्यमिक शिक्षा मंत्री बलराम यादव को भी शिवपाल के महत्वपूर्ण विभाग राजस्व, अभाव, सहायता एवं पुर्नवास व लोक सेवा प्रबंधन विभाग और सहकारिता का कार्यभार सौंप दिया गया।

बलराम को भी मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले कौमी एकता दल से विलय को लेकर बर्खास्त कर दिया था लेकिन बाद में उनकी वापसी हो गई थी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने शिवपाल यादव को भूमि विकास एवं जल संसाधन, परती भूमि विकास और समाज कल्याण विभाग का कार्यभार दिया है। इस फैसले को लेकर भी सत्ता के गलियारे में चर्चाएं तेज गई हैं।

मुलायम सिंह यादव के अप्रत्याशित फैसले को अखिलेश यादव द्वारा मुख्य सचिव दीपक सिंघल को मंगलवार की सुबह हटाए जाने से जोड़ कर देखा जा रहा है। असल घटनाक्रम की शुरुआत सोमवार को प्रदेश सरकार के दो कद्दावर मंत्रियों गायत्री प्रसाद प्रजापति व राजकिशोर सिंह की बर्खास्तगी से हुई। अखिलेश यादव ने गायत्री और राज किशोर को पद से हटाने का जो फैसला किया उसकी वरिष्ठ नेताओं को जानकारी नहीं थी।

दिल्ली में मौजूद मुलायम सिंह यादव ने बयान दिया कि मुख्यमंत्री ने दोनों मंत्रियों को हटाने का फैसला उनसे पूछ कर नहीं लिया। पार्टी में चर्चा रही कि शिवपाल सिंह यादव के अलावा अमर सिंह और राम गोपाल यादव ने इस मुद्दे पर मुलायम सिंह से दिल्ली में मुलाकात कर एतराज जताया था।

मुख्य सचिव दीपक सिंघल जो अमर सिंह, मुलायम सिंह और शिवपाल की पसंद माने जाते रहे, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें हटाकर आनन-फानन में प्रमुख सचिव वित्त रहे राहुल प्रसाद भटनागर को पदभार ग्रहण करवा दिया। इस फैसले में भी ठीक वैसे ही हुआ जैसे दोनों मंत्रियों को हटाने के दौरान हुआ था, यानी पार्टी के किसी नेता को इसकी भनक नहीं लगी। मुख्य सचिव दीपक सिंघल खुद नोएडा में थे।

इस घटनाक्रम के बाद मंगलवार को भी दिल्ली में न केवल दीपक सिंघल ने मुलायम सिंह से मुलाकात की बल्कि चर्चा रही कि अमर सिंह भी मुलायम सिंह यादव से मिले। शाम होने से पहले ही शिवपाल सिंह यादव ने यह बयान दिया कि मुख्यमंत्री चाहे जिसे हटाएं, चाहे जिसे मंत्रिमंडल में रखे यह उनका विवेकाधिकार है लेकिन मंगलवार की शाम अंधियारा होते-होते दिल्ली में बैठे सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने एक और चौंकाने वाला फैसला कर डाला।

उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की कमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से ले ली। इस संबंध में पार्टी के महासचिव राम गोपाल यादव ने शिवपाल सिंह को पत्र जारी किया, जिसमें कहा गया कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल सिंह यादव को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया है।

इससे पहले शिवपाल सिंह यादव को पार्टी का मुख्य प्रवक्ता बनाया गया था और उसके कुछ दिनों के बाद पार्टी का प्रदेश प्रभारी बना दिया गया। शिवपाल सिंह को अध्यक्ष का पद सौंपने से पहले मुलायम सिंह ने नई दिल्ली में अपने आवास पर पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया।

इसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. राम गोपाल यादव और सांसद अमर सिंह भी शामिल हैं। बैठक में तय हुआ कि आने वाले विधानसभा चुनाव में संगठन की अगुवाई शिवपाल सिंह यादव करेंगे। इसके दो घंटे बाद ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल के कमोबेश सारे महकमों का प्रभार बदलने का फैसला कर डाला।

सैफई में रहे शिवपाल, घर से नहीं निकले

सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद शुरू सियासी हलचल तब और बढ़ गई जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल से कई विभाग छीन लिए। मंगलवार शाम सैफई अपने घर पहुंचे शिवपाल सिंह यादव ने इस बाबत किसी से कोई बात नहीं की। प्रदेश में आए सियासी भूचाल पर उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए देर रात तक उनके घर के बाहर मीडिया का जमावड़ा रहा मगर शिवपाल बाहर नहीं निकले। इस दौरान मुलायम परिवार के अन्य सदस्यों ने भी बाहर आने से परहेज किया। हालांकि घर के बाहर मौजूद शिवपाल के सौ के करीब समर्थकों ने तीन बार ‘शिवपाल तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं’ के नारे लगाए।

अखिलेश सरकार से इस्तीफा देंगे शिवपाल!

मुख्यमंत्री द्वारा विभाग छीने जाने के बाद कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव के इस्तीफा देने की अटकलें तेज हो गई हैं। शिवपाल सिंह यादव मंगलवार को इटावा में थे। वह बुधवार को लखनऊ पहुंचेंगे। यहां उनके इस्तीफा देने की चर्चाएं हैं। माना जा रहा है कि शिवपाल ने मुख्यमंत्री द्वारा विभाग छीने जाने के बाद फोन पर मुलायम सिंह यादव से बात की। मुलायम सिंह यादव बुधवार को लखनऊ आ रहे हैं और लखनऊ में वह इस घमासान का कोई संकट निकालेंगे।

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