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Mothers Day : माँ बच्चों की जां होती हैं, वो होते हैं किस्मतवाले जिनकी माँ होती हैं

सब कह रहे हैं आज माँ का दिन हैं, पर माँ के बिना कौन सा दिन होता हैं

हमारे बनाये हुए इतिहास में आज यानीं 13 मई को माँ का खास दिन माना जाता  हैं। जिसे मदर्स डे कहते हैं। पर मैं तो जानती हूँ की माँ का दिन तो हर रोज होता हैं। माँ के बिना कौन सा दिन होता हैं। जिस तरह एक छोटा सा बच्चा माँ के बिना एक पल नही रह सकता उसी तरह हम कितने भी बड़े हो जाये पर माँ की जरुर हमे उतनी रहती हैं।

 

जितनी की हमें बछापन में रहती  हैं। एक माँ ही तो होती हैं। जो हमे अच्छे से समझती हैं.  और कभी-कभी हम गुस्से में आ कर माँ पर चिल्ला देते हैं। फिर भी वो प्यार से पूछती हैं क्या बात हैं बेटा, कुछ हुआ हैं क्या, आज तुम कुछ  परेशान लग रहे हो। तब हम सोचते हैं। मैंने माँ पर गुस्सा क्यों किया जबकि उनको तो कभी भी मुझ पर गुस्सा नहीं आता जितना माँ  हम लोगो  को समझती हैं उतना कोई नही समझ सकता  मैं तो कहती हूँ  वो दिन ही कभी ना आये जिस दिन मुझे  जीना पड़े आपके बिना  कभी नहीं मम्मा ।

 

 

माँ के आचँल मे है इतनी  ममता जितनी हमे कही और किसी के पास नहीं मिल सकती हमारी छोटी से छोटी परेशानी उनसे छिपी नही रह्ती हैं ना जाने वो बिना बताए अपने आप कैसे जान जाती हैं माँ का नाम लेते ही आंखों में अलग सी चमक आ जाती है अपनी बात शुरु करने से पहले मैं उनके बारे मे कहना चाहूंगी कि “उसको तो मैंने कभी नही देखा तो उसकी जरुरत क्या होगी, ए माँ तेरी सूरत से अलग भगवान की मूरत क्या होगी” लव यू मम्मा

 

माँ बच्चों की जां होती हैं, वो होते हैं किस्मतवाले जिनकी माँ होती हैं

कितनी सुन्दर हैं, कितनी शीतल हैं, न्यारी न्यारी हैं, ओं माँ, ओं माँ,

अपना नहीं तुझे सुख-दुःख कोई, मैं मुस्काया तो तू मुस्काई, मैं रोया तू रोयी

मेरे हंसने पे, मेरे रोने पे, तू बलहारी हैं ओं माँ, ओं माँ

ये सॉंग जब भी कोई सुनेगो तो वों सच में रोने लगेगा इस गाने में वो सच्चाई हैं जो हर माँ बेटे के रिश्ते में होती हैं

Mother and daughter

माँ मैं तेरी जितनी भी तारीफ करू कम हैं मेरे पास वो लब्ज ही नहीं जिनसे तेरी सच में तारीफ हो सके, जो भी कहूँ  वो मुझे तेरे आगे कम ही लगता हैं, बस  इतना ही तू जिनती प्यारी हैं बस आप ऐसे ही रहना मैं कितनी भी बड़ी क्यों न हो जाऊ पर मुझे हमेशा अपनी छुटकी ही समझना जब मैं आपको याद करती हूँ तो रोने लगती हूँ पता नहीं क्या आपने मुझ पर कोई  जादू सा किया हैं अब इससे ज्यादा मैं अब कुछ और नहीं कहूँगी, नही  तो मैं रोने ही लगूंगी सच्ची बस लव यू टू मच मम्मा

मैं आप लोगों से एक बात कहूँगी की आप लोग या हम कहते हैं की यार मम्मी भी ना समझती ही नहीं हैं, पर ये गलत हैं सच तो ये हैं  कि एक वोही तो हैं जो हमे समझती हैंवर्ना इस दुनिया में हमे कोई नहीं समझता अगर माँ नहीं होतीइसलिए कभी किसी के लिए माँ को दुखी मत करना plz 

Mothers Day  का इतिहास

माँ का महत्व तो इंसान से लेकर जीव पक्षी भी समझते हैं माँ होती ही ऐसी हैं जो अपने प्यार से ऐसी जगह बना लेती हैं जिसका कोई जवाब नहीं बच्चा अच्छा हो या ख़राब पर माँ के लिए उसका बच्चा दुनिया का सबसे अच्छा बच्चा होता हैं

मदर डे के इतिहास की शुरुआत प्राचीन यूनान में मनाये जाने वाले त्यौहार प्राचीन वार्षिक वसंत त्यौहार  में देखा जाता है, जो की मातृदेवी को समर्पित था यूनानी इस अवसर पर cronus की पत्नी rhea जो की यूनानी पौराणिक कथाओ के अनुसार कई देवी देवताओ की माता थी को सम्मानित करते थे

प्राचीन रोमन वासी भी वसंत त्यौहार मनाते थे जिसे hilaria कहा जाता था ये त्यौहार मातृदेवी cybele को समर्पित था और उन्हें सम्मान दिया जाता था यही से यूरोप में माताओं को सम्मान देने की नींव पड़ी

यह भारत अमरीका चीन सहित कई देशो में मनाया जाता है. यह दिन लोगो को अवसर प्रदान करता है की वो अपनी माँ को उनको जन्म देने, उनकी सुरक्षा और देखभाल करने और पाल पोसकर बड़ा करने के लिए धन्यवाद करे.

 

 

 

 

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