लखनऊ। आपने गाड़ियों पर गुस्से वाले हनुमान जी का चेहरा तो जरूर देखा होगा। इस तस्वीर में हनुमान का आधा चेहरा ही दिख रहा है, जबकि चेहरे के एक तरफ छवि को धुंधला किया गया है। दक्षिण भारत में हनुमान की ये छवि पिछले कुछ समय से आइकन बनी हुई है। बेंगलुरू शहर में दीवारों पर, चौराहों पर, बाइक, बस और टीशर्ट पर हनुमान का ये रूप छाया हुआ है। ये तस्वीर इतनी पॉपुलर है कि खुद पीएम मोदी ने कर्नाटक में एक रैली के दौरान इस तस्वीर के बारे में जिक्र किया था। उन्होंने तस्वीर बनाने वाले आर्टिस्ट करण आचार्य की जमकर तारीफ भी की थी। करन आचार्य पेशे से डिजाइनर हैं। उन्होंने फाइन आर्ट्स और एनीमेशन की पढ़ाई की है।
वैसे तो सभी को लगता है कि इस तस्वीर में हनुमानजी गुस्से में नज़र आ रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है। आचार्य ने बताया कि इस तस्वीर में उन्होंने भगवान को क्रोधित नहीं, बल्कि उनके एटिटयूड को दर्शाया है। करन हनुमान की इस नई इमेज के गढ़ने के पीछे की कहानी बताते हैं। करन के अनुसार, पिछले साल गणेश चतुर्थी के मौके पर उन्होंने झंडे को नई तरह से बनाना चाहा। करन के अनुसार, मैंने कई दूसरे देवाताओं के साथ हनुमान जी का भी ये क्रोधित रूप झंडे पर उकेर दिया। करन के अनुसार, उन्हें उम्मीद नहीं थी कि ये इस तरह मशहूर हो जाएगा और लोग उसे इस तरह से पसंद करेंगे।
करण ने आगे कहा कि शुरू में उन्होंने बिना किसी वाटरमार्क के तस्वीर शेयर कर दी थी, इसलिए अब वह जल्द ही इस तस्वीर पर कॉपीराइट ले सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो किसी कॉपीराइट कंटेंट को उसके मालिक की परमिशन के बिना या बिना लाइसेंस प्राप्त किए इस्तेमाल करता है तो उसे कॉपीराइट की शर्तों का उल्लंघन माना जाता है।