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फिर सुलगा गुर्जर का आरक्षण आंदोलन, हार्दिक पटेल और दलित नेता जिग्नेश की एंट्री पर लगा बैन

बयाना के अड्डा में 15 मई को होने वाली गुर्जर महापंचायत में गुर्जर आंदोलन की घोषणा की है। गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर प्रशासन हरकत में आ गया है। आंदोलन की आग को देखते हुए रविवार को एसपी चुनाराम जाट ने पुलिस अधिकारियों के साथ गुर्जर नेताओं के साथ बैठक कर चर्चा की। साथ ही सरकार ने रेलवे अलर्ट जारी कर दिया हैं। रेलवे ने गुर्जर आंदोलन से निपटने के लिए सुरक्षा बल को भी बुला लिए हैं। इस दौरान नेताओं ने एसपी को आश्वस्त किया कि प्रदेश में आंदोलन होने पर ही सिकंदरा में अहिंसात्मक आंदोलन होगा।

सुबह 11 बजे सिकंदरा थाने के नए भवन में आयोजित बैठक में एसपी जाट ने गुर्जर नेताओं से आंदोलन की रूपरेखा तथा संभावनाओं को लेकर चर्चा की। गुर्जर नेताओं एसपी को आश्वस्त करते हुए कहा कि आंदोलन की शुरुआत सिकंदरा से नहीं होगी। यदि बयाना के अड्डा में 15 मई को होने वाली गुर्जर महापंचायत में आंदोलन का निर्णय हुआ और प्रदेश में आंदोलन हुआ तो सिकंदरा में भी आंदोलन होगा।

स्थानीय अखबारों के मुताबिक, आंदोलन के मद्देनजर भरतपुर के संभागीय आयुक्त ने गुर्जर बाहुल्य 80 ग्राम पंचायतों के 167 गांवों में इंटरनेट पर 15 मई की शाम तक पाबंदी लगा दी है। उधर, रविवार दोपहर को राज्य सरकार की ओर से जिला कलेक्टर संदेश नायक ने गुर्जर नेता किशोरी सिंह बैंसला से वार्ता का प्रस्ताव भेजा है।

इस दौरान मानपुर सीओ पीसी विश्नोई, थाना प्रभारी कुशाल सिंह, गुर्जर महासभा जिलाध्यक्ष रामचंद्र खुटला, सरपंच अमरसिंह कसाना, मानसिंह बुर्जा, एडवोकेट जलसिंह कसाना, रामप्रसाद पटेलवाला, प्रकाश राजा, मुकेश माल, महेंद्र खेड़ला, चंचल कसाना, पुरन देवतवाल, मदन माल सहित अन्य मौजूद रहे।

गुर्जर नेता बोले झूठे-मुकदमे दर्ज नहीं करे पुलिस

एसपी के साथ हुई गुर्जर नेताओं की बैठक में गुर्जर नेताओं ने कहा कि आंदोलन की शुरूआत सिकंदरा से नहीं होगी। लेकिन प्रदेश में आंदोलन होने पर सिकंदरा में अंहिसात्मक आंदोलन होने पर पुलिस झूठे मुकदमे दर्ज नहीं करें। इस दौरान एसपी ने कहा कि पुलिस ने जांच के बाद कई मुकदमों में एफआर भी लगाई है।

आपको बता दें कि वर्ष 2007 में 29 मई से 5 जून सात दिन गुर्जरों में आंदोलन किया था। इससे 22 जिले प्रभावित रहे और 38 लोग मारे गए। इसके बाद 23 मई से 17 जून 2008 तक 27 दिन तक आंदोलन चला। 22 जिलों के साथ 9 राज्य प्रभावित रहे। 30 से ज्यादा मौतें हुई। अब तक गुर्जर पांच बार आंदोलन कर चुके हैं और हर बार करोड़ों का नुकसान तो होता ही है साथ ही कई लोगों की जान भी चली जाती है।

पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और दलित नेता जिग्नेश की एंट्री पर लगा बैन

गुर्जर आंदोलन को लेकर गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।


दोनों नेता गुर्जर आंदोलन में शामिल होने की तैयारी में है। जिसको देखते हुए सरकार ने दोनों नेताओ की एंट्री पर बैन किया हुआ है। साथ ही इंटेलिजेंस की टीम भी दोनों नेताओ की पल पल की खबर सरकार को दे रही हैं।

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