रमजान शुरू हो गए हैं। ऐसे में रोजा रखने वालों को सहरी, इफ्तार और तरावीह का सही समय बताने के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है। इस ऐप का नाम ‘आईसीआई रमजान हेल्प लाइन ऐप’है, जिसे इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने तैयार किया है।
इस्लामिक सेंटर के चेयरमैन और फरंग महल के नाजिम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि इस ऐप में रमजान (Ramadan) की अहमियत के साथ-साथ इफ्तार और सहरी का समय, शहर की विशेष मस्जिदों में तरावीह की नमाज का वक्त, इफ्तार, सहरी, तरावीह और शबे कद्र से जुड़ी दुआएं शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा रोज़ा, जकात, तरावीह, इफ्तार, सहरी, नमाज और अन्य मामलों से सबंधित सवालों के जवाब के लिए ऐप में अलग सेक्शन बनाया गया है। उम्मीद है कि इससे बड़े पैमाने पर लोगों को फायदा पहुंचेगा। दुनियाभर में रोजा रखने वाले करोड़ों मुसलमानों के लिए रमज़ान का पाक महीना 17 मई से शुरू होगा। सऊदी अरब और इंडोनेशिया जैसे अन्य मुस्लिम बहुल देशों ने घोषणा की है कि रमज़ान 16 मई से शुरू नहीं होगा। चांद के दिखने की गणना के आधार पर यह महीना शुरू होता है।
इस्लामी कैलेंडर में इस महीने को हिजरी कहा जाता है। मान्यता है कि हिजरी के इस पूरे महीने में कुरान पढ़ने से ज्यादा सबाब मिलता है। रोज़ा के दौरान कैफीन और सिगरेट जैसी लत से भी छुटकारा मिलने की संभावना रहती है। रोज़ा के दौरान मुसलमान खाने-पीने से दूर रहते हैं और सेक्स, अपशब्द, गुस्सा करने से भी परहेज करते हैं। कुरान पढ़कर और सेवा के जरिए अल्लाह का ध्यान किया जाता है।