फ़ीस-फ़ीस जहाँ भी देखो वहां हाई फाई फ़ीस इसको रोकने के बजाय अब इसको और भी बढ़ावा दिया गया हैं. लखनऊ विश्वविद्यालय से सहयुक्त अल्पसंख्यक बीएड कॉलेज अब अपनी मर्जी से बीएड की फीस वसूलेंगे। हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के इस संबंध में जारी आदेश को देखते हुए लविवि ने इसे मंजूरी दे दी है।
विवि से सहयुक्त करामत हुसैन पीजी गर्ल्स कॉलेज में शासन द्वारा निर्धारित फीस से ज्यादा शुल्क वसूलने पर लविवि ने कॉलेज से जवाब मांगा था। कॉलेज द्वारा हाईकोर्ट का आदेश प्रस्तुत करने पर लविवि ने भी अपनी सहमति दे दी है।
शासन ने बीएड कॉलेजों में फीस की मनमानी उगाही को देखते हुए वित्तविहीन कॉलेजों के लिए 51,250 रुपये फीस निर्धारित कर रखी है। इसके बावजूद विवि से सहयुक्त करामत हुसैन पीजी गर्ल्स कॉलेज में करीब 65 हजार रुपये फीस ली जा रही थी।
लविवि कुलसचिव प्रो. राजकुमार सिंह ने इसको लेकर कॉलेज को पत्र भेजकर सफाई मांगी थी। कॉलेज ने इस संबंध में हाईकोर्ट के आदेश का हवाला दिया है। इसको देखते हुए विवि ने अल्पसंख्यक बीएड कॉलेजों को अपने स्तर से फीस तय करने की मंजूरी दे दी है।
विवि से सहयुक्त करामत हुसैन पीजी गर्ल्स कॉलेज के पास हाईकोर्ट का आदेश है। आदेश में कहा गया है कि अल्पसंख्यक कॉलेज अपने स्तर से बीएड की फीस तय कर सकते हैं। इसलिए कॉलेज द्वारा निर्धारित फीस ही वेबसाइट पर अपडेट की जाएगी।
प्रो.राजकुमार सिंह,
कुलसचिव, लविवि