श्रीदेवी की मौत पर लोगो के सवाल उठने लगे हैं। उससे पहले दिल्ली के पूर्व एसीपी वेद भूषण ने दावा किया है कि श्रीदेवी की नेचुरल डेथ नहीं हुई थी। यह एक सोची-समझी साजिश है। इस हत्या में दाऊद इब्राहिम का हाथ भी बताया जा रहा है।
श्रीदेवी की मौत के बाद कपूर खानदान में एक ऐसा बड़ा बदलाव आया जो 22 साल से नहीं हो पाया था। इस बात से सभी हैं हैरान दरअसल, श्रीदेवी से 1996 में शादी होने के बाद बोनी कपूर अपनी पहली पत्नी मोना और दोनों बच्चों से अलग हो गए थे।
पिछले दिनों सोनम कपूर की शादी में पहली बार बोनी कपूर के चारों बच्चे एक ही फ्रेम में नजर आए थे । इस तस्वीर को बोनी कपूर ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था। उन्होंने कैप्शन में लिखा, मेरे चार एंजेल । अर्जुन अब अपनी छोटी बहनों के लिए बेहद प्रोटेक्टिव हो गए हैं
अर्जुन कपूर और अंशुला कपूर, मोना के बच्चे हैं। बोनी के इन दो परिवारों के बीच हमेशा खटास बनी रही। अंशुला और अर्जुन भी श्रीदेवी और उनकी दोनों बेटियों से नफरत करते थे। ये बात अर्जुन ने अपने एक इंटरव्यू में भी कबूली थी।
अर्जुन कपूर ने कहा था, श्रीदेवी कभी भी मेरी मां नहीं हो सकतीं। वह मां जैसी भी नहीं हो सकती। वह केवल मेरे पिता की पत्नी हैं। उनकी दोनों बेटियां मेरे लिए ज्यादा मायने नहीं रखतीं।’ इस पर श्रीदेवी ने कहा था, ‘मैंने बोनी को उनके बच्चों या परिवार से मिलने के लिए कभी नहीं रोका।’
रिश्तों में इतनी कड़वाहट होने के बावजूद जब अर्जुन को श्रीदेवी के मौत की खबर मिली तो वो अपनी फिल्म की शूटिंग छोड़कर तुरंत मुंबई वापस आ गए थे। इतना हीं नहीं वापस आते ही उन्होंने अपनी सौतेली बहनों जाह्नवी और खुशी को गले लगाकर संभाला था।
इसके अलावा श्रीदेवी के फ्यूनरल के दौरान वो जाह्नवी और खुशी के साथ ही रहे। अर्जुन ने इस मुश्किल दौर में अपनी सारी कड़वाहट भुला दी। बस अपने परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते रहे। इतना ही नहीं श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को लाने के लिए दुबई तक गए थे।
इस तस्वीर साफ़ बयां होता हैं की बोनी कपूर श्रीदेवी को कितना प्यार करते थे।