आज 30 मई है, यानि हिंदी पत्रकारिता दिवस। इस खास मौके पर लखनऊ में पहली बार आंचलिक पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया, इसकी अध्यक्षता राज्यपाल राम नाइक कर रहे हैं।
आंचलिक पत्रकार सम्मेलन के बारे में विस्तार से आपको बताऊं उससे पहले आपको ये बता दूं कि आज हिंदू पत्रकारिता दिवस क्यों मनाया जाता है। हिंदी पत्रकारिता दिवस आज इस लिए मनया जाता है क्योंकि आज ही के दिन पं0 युगुल किशोर शुक्ल ने 1826 में पहले हिन्दी समाचार पत्र उदन्त मार्तण्ड का प्रकाशन आरम्भ किया था। इसी वजह से 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है।
अब बात करते हैं आंचलिक पत्रकार सम्मेलन की, जो लखनऊ के सीएमएस ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में करीब 800 पत्रकार शामिल हुए, पत्रकारों के अलावा इस कार्यक्रम में कई अन्य दिग्गज भी शामिल होने पहुंचे। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश विधानसभा के स्पीकर ह्रदय नारायण दीक्षित, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और डॉ. दिनेश शर्मा भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
राम नाईक ने इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि संचार माध्यमों का महत्व पत्रकारों को बताने की ज़रूरत नहीं हैं यहां सब उन्ही माध्यम पर विचार करने आये हैं। संविधान के तीन स्तम्भ थे पत्रकारों ने कलम के दम पर चौथा स्तंभ बनाया। उन्होंने इस मौके पर उतंद मार्तण्ड से लेकर अब तक का सफर बताया।
इसके साथ ही उन्होंने उन पत्रकारों को भी याद किया जिनका देश की आज़ादी में योगदान था। उन्होंने आगे कहा कि पत्रकार केवल पत्रकार नही होत हैं उन पर ज़िम्मेदारी होती है सच को समाज के सामने रखने की, छोटे बड़े पत्रकार सबकी दृष्टि एक होनी चाहिए। पत्रकारिता एक मिशन है इसकी पवित्रता की ज़िम्मेदारी हम सब की है।
उन्होंने कहा कि जब खुद काम अच्छा करो तब पत्रकार भी सहयोग करते हैं। भारत की पत्रकारिता सबसे श्रेष्ठ है पत्रकारों का काम बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए चौथा स्तम्भ है। उन्होंने कहा कि लोगों को और अधिक पढ़ना चाहिए, प्रिंट मीडिया का महत्व इलेक्ट्रॉनिक से ज़्यादा है इसलिए हमें इसकी गुड़वत्ता पर ध्यान देना चाहिए। हर स्तम्भ कमज़ोर हो सकता है लेकिन ये चौथा स्तंभ सबको संभाले रखता है। अपने दायित्व को अच्छे से पूरा करें।
इस मौके पर पत्रकारों की समस्या को लेकर सभी पत्रकारों ने राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा।
उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने इस मौके पर कहा कि रमेश अवस्थी जी के इस आयोजन और स्वछता अभियान के लिए बधाई, Nmc के उज्ज्वल भविष्य की कामनाएं। इन लोगों के साथ सरकार कदम से कदम मिलाकर साथ चलेगी।
नेशनल मीडिया क्लब के फाउंडर और कार्यक्रम के आयोजक रमेश अवस्थी ने इस मौके पत्रकारों की समस्याओं का मुद्दा उठाया। इसके साथ ही राज्य ग्राम विकास मंत्री ने पत्रकारिता को श्याही की क्रांति बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बड़ी मुश्किल है पत्रकारों की कहानी लिखना, एकदम वैसे ही जैसे पानी पर पानी लिखना।
इस मौके पर बीजेपी सांसद साध्वी निरंजन ने कहा कि मैं पौराणिक क्षेत्र को पत्रकारिता से जोड़ना चाहती हूँ। पत्रकार जनता और सरकार के सेतु का काम करता है। पत्रकार हमेशा सुधार के लिए काम करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि संपादकीय अखबार का सबसे महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने रामायण का उदाहरण देकर सम्मेलन की महत्ता को समझाया। उन्होंने कहा कि आंचलिक पत्रकारों के माध्यम से ही हमे छोटी सी छोटी खबरें मिल पाती हैं। आंचलिक पत्रकार प्राथमिक सूचना का स्रोत होता है।
उन्होंने कहा कि स्वछता अभियान सबका है पत्रकारों ने ही इसे सफल बनाया। जिन पर मां सरस्वती की कृपा होती है वही लेख लिख सकता है वही पत्रकार बन सकता है। मीडिया और रमेश जी का बहुत-बहुत अभिनंदन।