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शांति चाहता है पाकिस्तान, कश्मीर संघर्ष का समर्थन जारी रहेगा : नवाज

कश्मीरियों के समर्थन के लिए पाकिस्तान प्रतिबद्ध, नवाज शरीफ, पाकिस्तानी संसद का संयुक्त सत्रnawaz shariff
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, इस्लामाबाद क्षेत्र में शांति, पाकिस्तान पर बुरी नजर रखने की अनुमति नहीं, जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववादी अभियान
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इस्लामाबाद| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि इस्लामाबाद क्षेत्र में शांति चाहता है, लेकिन ‘हम किसी को भी पाकिस्तान पर बुरी नजर रखने की अनुमति नहीं देंगे।’ शरीफ ने यहां मंत्रिमंडल की बैठक में कहा, “इस्लामाबाद जम्मू एवं कश्मीर में अलगाववादी अभियान को अपना नैतिक और कूटनीतिक समर्थन देना कभी बंद नहीं करेगा।” मंत्रिमंडल की बैठक कश्मीर को भारत और पाकिस्तान के बीच बांटने वाली नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर और जम्मू एवं कश्मीर में हाल की स्थिति पर चर्चा के लिए बुलाई गई थी।

शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान अपने विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए शांति चाहता है, लेकिन ‘हम किसी को भी पाकिस्तान पर बुरी नजर रखने की इजाजत नहीं देंगे।’ शरीफ ने यह प्रतिक्रिया भारत के यह कहने के एक दिन बाद दी है कि उसने नियंत्रण रेखा के उस पार आतंकवादी लांच पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक किए हैं।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि विभाजित (जम्मू एवं कश्मीर) राज्य का एक तिहाई उत्तरी भाग हिस्सा पाकिस्तान के पास है और दो तिहाई दक्षिणी हिस्सा भारत के पास है, जो उपमहाद्वीप के विभाजन का अधूरा एजेंडा है। शरीफ ने मंत्रिमंडल से कहा, “भारतीय दमन कश्मीरी लोगों की भावनाओं को दबा नहीं सकता है।” एक अधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री के साथ पूरे मंत्रिमंडल ने सर्जिकल स्ट्राइक करने के भारतीय दावे को खारिज किया।

यह कहा गया कि भारतीय सेना ने अकारण नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की, जिसमें पाकिस्तान के दो सैनिक मारे गए। मंत्रिमंडल ने कश्मीरी लोगों के साहस, बहादुरी और प्रतिबद्धता की सराहना की, जो संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के तहत आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए अपना उचित आन्दोलन जारी रखे हुए हैं।

मंत्रिमंडल ने कहा कि भारत का यह दावा गलत है कि पाकिस्तानी आतंकवादियों ने जम्मू एवं कश्मीर में सेना के एक शिविर पर गत 18 सितम्बर को हमले किए जिसमें 19 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। शरीफ ने कहा, “शांति के लिए हमारी प्रतिबद्धता को कमजोरी नहीं माना जाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि किसी भी हमले या नियंत्रण रेखा के उल्लंघन पर अपने लोगों और अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पाकिस्तान सभी आवश्यक कदम उठाएगा।

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