गुड़गांव। गुड़गांव के फोर्टिस अस्पताल में आठ साल की बच्ची के ब्रेन का ऑपरेशन कर करीब 100 से अधिक टेपवर्म झिल्ली (अंडा) निकाले गए। बच्ची को कई महीने से सिर में दर्द था, जिसके बाद उसे जांच के लिए फोर्टिस अस्पताल लाया गया जहाँ पता चला कि उसके ब्रेन में कई सिस्ट हैं। शुरुआती लक्षण न्यूरोसिस्टीसरकोसिस बीमारी बताई गई थी और इसी कारण दिमाग में सूजन आ गई थी।
सूजन को कम करने के लिए उसे लंबे समय तक काफी हेवी डोज की दवा दी गई लेकिन इसके बाद भी सिरदर्द बना रहा। इसकी तबियत और खराब हो गई। बाद में सिटी स्कैन करने पर ब्रेन में 100 से ज्यादा सिस्ट दिखे। डॉक्टरों ने इसे टेपवर्म अंडे बताया। बीमारी का पता चलने के बाद ऑपरेशन कर उसे बाहर निकाला गया। अब बच्ची की हालत बेहतर है और रिकवरी भी ठीक से हो रही है।
डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची को इंफेक्शन हो गया था और यह इंफेक्शन गलती से कोई संक्रमित खाना खाने से हुई होगी, जिसके बाद संक्रमित अंडे नर्व सिस्टम से उसके दिमाग तक पहुंचे और बच्ची सिस्टीसरकोसिस से ग्रस्त हो गई, जिससे उसे गंभीर सिरदर्द, मिर्गी के दौरे महसूस होने लगे। समय पर इलाज न मिलने से यह जानलेवा भी हो सकता है। अंडे की वजह से अक्सर सेंट्रल नर्व के जरिए न्यूरोसिस्टीसरकोसिस, कंकाल की मांसपेशियों, आंखों और त्वचा प्रभावित होने लगते हैं।