अलवर: राजस्थान के अलवर जिले में गौ तस्करी के संदेह में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार दिये गए रकबर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में रकबर के एक हाथ और एक पैर की हड्डी टूटी हुई थी। और उसके शरीर पर 12 जगह चोट के निशान भी मिले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक रकबर को अंदरूनी चोट भी आईं थी, जिस वजह से वह सदमे में चला गया था और उसकी मौत हो गई थी।
दरअसल, गौ तस्करी के शक में रकबर और असलम की भीड़ ने पिटाई कर दी थी। असलम भाग निकला, लेकिन रकबर पिटता रहा। पुलिस मौक़े पर पहुंची, लेकिन रकबर को अस्पताल ले जाने की जगह ढाई घंटे से ज़्यादा समय तक यहां-वहां घुमाती रही, फिर थाने ले गई। उसे तुरंत अस्पताल न ले जाकर पहले गाय के लिए गाड़ी का इंतज़ाम करने में लगी रही।
यही नहीं रास्ते में गाड़ी रोक कर चाय पी और फिर अस्पताल ले जाने की जगह थाने ले गई। जब पुलिस रकबर को लेकर अस्पताल पहुंची तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इस बीच पुलिस थाने में रकबर के साथ क्या हुआ इस पर पर्दा अभी नहीं उठा है, लेकिन अब आरोप लग रहा है कि थाने में जो हुआ उसकी वजह से रकबर की जान गई।
इस मामले में पुलिस की गलती भी सामने आई है, जिसके बाद 4 पुलिसवालों पर कार्रवाई भी की गई है और 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की गलती सामने आने के बाद एएसआई मोहन सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, कॉन्स्टेबल सुरेंद्र सिंह,विजय सिंह और ड्राइवर हरेंद्रर सिंह से भी घटना के बारे में पूछताछ की गई। डीजी द्वारा भी घटना में पुलिस की लापरवाही की बात को स्वीकारा गया।