आजमगढ़ में उस समय हड़कंप मच गया जब एक भाई ने अपने सगे छोटे भाइ को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मामले में हत्यारे भाई व हत्या को अंजाम देने वाले दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ रवि शंकर छवि ने पुलिस लाइन में खुलासा करते हुए बताया कि 27 अगस्त को सुबह आजमगढ़ गोरखपुर हाईवे के किनारे मुबारकपुर थाना क्षेत्र के बनकट पुलिस चौकी के समीप शराब के दुकान के पीछे हत्या कर फेंकी लाश मिली थी।
जिसको लेकर पुलिस ने जांच शुरू की तो भाई ने कुछ ही घंटों की पूछताछ में सबकुछ कबूल लिया। सफलता पर पुलिस टीम को दस हज़ार का पुरस्कार दिया गया है। शहर कोतवाली क्षेत्र के आसिफगंज निवासी फैयाज व रियाज़ का अपना पैतृक मकान है।
जबकि चौक के समीप ही दो दुकान भी है। छोटे भाई रियाज़ की पहले शादी हो चुकी थी लेकिन बाद में तलाक हो गया। माता पिता की पहले ही मौत हो चुकी थी। फैयाज़ का परिवार है जबकि रियाज़ शादी टूटने के बाद अकेला हो गया था। जिसके चलते कुछ दिनों में उसकी दूसरी शादी तय थी। इसी बीच फैयाज़ को अपने पैतृक मकान में बंटवारे का डर सताने लगा।
इसलिए उसने अपने भाई को रास्ते से हटाने के लिए बहुत ही घिनौना फैसला लिया। चौक की रियाज़ की हिस्से वाली एक दुकान को सब्जी विक्रेता दो भाईयों पंकज व नीरज सोनकर को मुफ्त में देने लालच देकर साजिश में शामिल कर लिया।
सब्जी विक्रेता दोनों भाईयों का रियाज़ से भी अच्छा परिचय था। फैयाज़ ने पंकज व नीरज को 4 हज़ार रुपये देकर शराब पिलाकर हत्या करने का ठेका दे दिया। पंकज व नीरज ने 26 अगस्त की रात को रियाज़ को शराब पिलाने का लालच देकर बनकट बाज़ार पर बुला लिया।
जहां पंकज व नीरज के साथ रियाज़ ने छककर शराब पी। जैसे ही शराब का नशा चढ़ा पंकज व नीरज ने सूनसान खेत की तरफ ले जाकर रेजाज़ का गला दबा कर उसकी हत्या कर फरार हो गए। सुबह सूचना होने का नाटक कर हत्यारे भाई ने अपने ही रिश्ते में साढ़ू लियाकत निवासी आसिफ़गांज के ही खिलाफ मुकदमा दर्ज़ करा दिया था।