आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में दुर्घटना के बाद अगर आप स्वास्थ्य केंद्र जा रहे है, तो पहले घरवालों या अपने मित्रो से अपना इलाज खुद करवा ले। क्योकि वहां आपको ना डॉक्टर मिलेंगे और ना ही दवा। मामला मार्टिनगंज आजमगढ़ तहसील मुख्यालय पर स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर ना मिलने और दवा बाहर से लिखने पर मरीज के तीमारदारों ने हंगामा कर दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आए दिन मरीजों के आने पर डॉक्टर ना मिलने और बाहर से दवा लिखने के लिए हंगामा होता है ।
शुक्रवार को सुबह दुर्घटना में घायल दो मरीजों के पहुंचने पर स्वास्थ्य केन्द्र पर डाक्टर नहीं मिलने से ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। तहसील मुख्यालय पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सरकार द्वारा मरीजों के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था की गई है लेकिन डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के चलते यहां आए दिन हंगामा होता रहता है ।
दीदारगंज थाना क्षेत्र के बनगांव निवासी मुंशी राजभर 90 वर्ष दुर्घटना में घायल हो गए साथ में दीपक पुत्र रघुनाथ राजभर के सिर पर हंसिया गिर जाने से सर में चोट लग गई दोनों लोग घायलावस्था में 8:00 बजे स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंच गये ।
लेकिन मौके पर कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था मरीजों के साथ आए परिजन हंगामा करने लगे तब जाकर 9:30 बजे के करीब डॉक्टर मौके पर पहुंच गए और मरीजों का इलाज शुरू हुआ इलाज के उपरांत टीटी सहित तमाम दवाएं बाहर से लिखे जाने को लेकर मरीजों के परिजनों द्वारा डॉक्टर से पूछा कि अंदर से दवा नहीं मिलती तो वहां उपस्थित डॉक्टर ने कहा कि ज्यादा बोलोगे तो रेफर कर दिए जाओगे।
इसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी से परिजनों ने बात करने का प्रयास किया लेकिन उनका मोबाइल नहीं लगा। इस पर परिजनों ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर परवेज अख्तर से बात कर अपनी शिकायत दर्ज कराई। डिप्टी सीएमओ के कारवाई के आश्वासन पर मरीज के परिजनों के हंगामे को बंद किया।