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गूगल पर सुसाइड के तरीके खोजते थे सुरेंद्र कुमार, मातहतों से ये बहाना बनाकर मंगाया था सल्फास

लखनऊ। जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश करने वाले कानपुर के सिटी एसपी सुरेंद्र कुमार आखिरकार जिंदगी की जंग हार गए। सुरेंद्र दास का इलाज कर रहे डॉक्टर राजेश अग्रवाल ने कहा कि हमारी टीम ने आईपीएस को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन हम नाकामयाब रहे। शनिवार की दोपहर सुरेंद्र दास की हालत ज्यादा खराब हो गई थी। ऑपरेशन के लिए डॉक्टरों ने आईसीयू वार्ड को ही ऑपरेशन थियेटर बना दिया था। सुरेंद्र दास के पैर में खून का थक्का बन जम गया था जिसकी वजह से उनके पैरों में बल्ड की सप्लाई नहीं हो पा रही थी। उन्हें बचाने के लिए मुंबई से एक खास तरह की एक्समो मशीन भी मंगाई गई थी लेकिन इसके बाद भी उन्हें बचाया नहीं सका।

भैंसा कुंड में किया गया अंतिम संस्कार

आज IPS सुरेंद्र दास का लखनऊ के भैंसा कुंड में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके अंतिम संस्कार में प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, डीजीपी ओपी सिंह, आईजी सुजीत पांडेय, डीआईजी प्रवीण कुमार, एडीजी ज़ोन राजीव कृष्ण सहित तमाम अफसर शामिल हुए। इस दौरान सुरेंद्र दास की पत्नी के आंसू रोके नहीं रुक रहे थे। वहां मौजूद उनके परिजनों ने किसी तरह दिवंगत आईपीएस की पत्नी को हौंसला दिया। इसके बाद सुरेंद्र दास के बड़े भाई नरेंद्र दास ने मुखाग्नि देकर अपने अनुज को दुनिया से विदा किया। अंतिम संस्कार के पहले दिवंगत आईपीएस सुरेंद्र दास को पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ़ ऑनर भी दिया गया।

घरेलू झगड़ों के कारण डिप्रेशन में थे सुरेंद्र

आईपीएस अधिकारी सुरेंद्र कुमार पिछले कई दिनों से घरेलू झगड़ों के चलते डिप्रेशन में थे। उन्होंने जहर खाने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। जिसमें उन्होंने लिखा- ‘मेरे जहर खाने के पीछे किसी का दोष नहीं है। मैं रोज-रोज की छोटी छोटी बातों पर घरेलू झगड़ों से परेशान होकर यह कदम उठा रहा हूं। उन्होंने कई बातों के साथ ही अपनी पत्नी डॉ. रवीना सिंह के लिए ‘आई लव यू’ भी लिखा। पुलिस को जानकारी मिली है कि जन्माष्टमी के दिन सुरेंद्र की पत्नी ने नॉनवेज मंगाकर खाया था जिसका सुरेंद्र ने विरोध किया था। इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था। बाद में सुरेंद्र ने गुस्से में आकर अपने दोनों मोबाइल तोड़ दिए थे।

सुसाइड के तरीके खोज रहे थे सुरेंद्र

आईपीएस सुरेंद्र कुमार इतना ऊब गए कि वह सुसाइड करने का सोचने लगे थे। इसके लिए वह काफी दिन से सुसाइड के तरीके सर्च कर रहे थे। इसका खुलासा भी उन्होंने सुसाइड नोट में किया। बाद में उन्होंने फैसला किया कि जहर खाकर आत्महत्या करना ठीक रहेगा। उन्होंने ‘चूहे बहुत हो गए हैं’ की बात कहकर अपने मातहतों से सल्फास पहले ही मंगा ली थी और 5 सितंबर को उन्होंने सल्फास की तीन गोलियां खा लीं।

बता दें कि सुरेंद्र कुमार बलिया के रहने वाले थे। वह 2014 बैच के आईपीएस थे। उनका ट्रांसफर बीते महीने ही कानपुर में हुआ था। वह यहां एसपी पूर्वी के पद पर तैनात थे। उनकी पत्नी रवीना जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर से एमडी कर रही हैं।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH