अभी कुछ दिन पहले भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की रिहाई हुई है। जिसके बाद प्रदेश की सियासत में भूचाल आ गया है। अब योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने बड़ा खुलासा किया है। साथ ही अपनी ही सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चंद्रशेखर की रिहाई राजनीतिक दांव है।
अब इनका पार्टी (बीजेपी) में क्या योगदान रहा है पता नहीं। बीजेपी को सत्ता में पहुंचाने वाले हजारों नौजवान जेल में हैं। उन्हें छोड़ा जाता तो ठीक होता। उन्होंने कहा कि अब चुनाव आ गया है बड़े-बड़े दांव चले जाएंगे।
उन्होंने कहा कि कल तक हम अंग्रेजों के गुलाम थे और आज हम नेताओं के गुलाम हैं। बीजेपी का नाम लिए बिना उन्होंने जातिवाद का आरोप भी लगा दिया। राजभर ने कहा वे कहते हैं हम जातिवाद नहीं करते। लखनऊ में पार्टियां जातियों का सम्मलेन कर रही हैं, होर्डिंग लग रहे हैं। क्या ये जातिवाद नहीं है।
राजभर ने आगे कहा कि हिस्सा नहीं मिलेगा तो चिल्लाएंगे। राजभर ने कहा कि पिछड़ी जाति के आरक्षण को तीन हिस्सों में बांटने और प्रदेश में शराबबंदी के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी। राजभर ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट का मुकदमा जांच के बाद ही दर्ज किया जाए। दहेज़ उत्पीड़न के मामलों में निर्दोष न फंसे इसकी व्यवस्था की जाए।