नई दिल्ली। सफदरजंग एन्क्लेव इलाके में ऑटो में आराम कर रहे गार्ड राम की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने बताया कि गार्ड की हत्या यूपीएससी की तैयारी कर रहे बेंजी सिंह नाम के स्टूडेंट ने की थी। पुलिस ने जब बेंजी के दोस्तों से पूछताछ की तो उन्हें जो बात पता चली उसे सुनकर वह हैरान रह गए। बेंजी के दोस्तों ने बताया कि वह यूपीएससी के एग्जाम में असफल होने के बाद गुमसुम सा रहने लगा था। उसने अपनी दोस्तों से बातचीत भी बंद कर दी। कई दिनों से वह सोया भी नहीं था। बेंजी कहता था कि उसे रात में किसी की आवाज़ सुनाई देती थी जो कहती थी ‘लोगों को मारो और रेप करो। वहीं, बेंजी सिंह के दोस्तों के इस दावे पर दिल्ली पुलिस का कहना है कि बेंजी तनाव और अनिद्रा का शिकार है।
जानकारी के मुताबिक, बेंजी सफदरजंग एन्क्लेव के एक फ्लैट में दोस्तों के साथ रहता था। दोस्तों के मुताबिक, बेंजी यूपीएससी परीक्षा के लिए काफी मेहनत कर रहा था, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। बेंजी जासूसी और क्राइम की कहानियां पढ़ने का शौकीन था। कुछ दिन पहले उसने पेपर कटर और पेन कैमरा भी ऑर्डर किया था। दिल्ली पुलिस की मानें तो पूछताछ में मणिपुर निवासी आरोपी बेंजी सिंह ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। बेंजी सिंह ने बताया कि 25 सितंबर की रात को वह पेपर कटर लेकर फ्लैट से निकला था। उसका इरादा एक ऑटो चालक को मारना था। बताया जा रहा है कि इस ऑटो चालक से बेंजी का कुछ दिन पहले झगड़ा हुआ था। आरोपी बेंजी के मुताबिक, गलती से उसने ऑटो में आराम फरमा रहे गार्ड राम बहादुर खत्री का गला काट दिया और वहां से फरार हो गया।
हालांकि बेंजी वहां पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। खून से लथपथ गार्ड वहीं पास में ही अपने घर पहुंचे और बेटे को सारी बात बताई। उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर लेकर जाया गया। वहां उनकी मौत हो गई लेकिन इससे पहले उन्होंने हत्यारे के बारे में काफी जानकारी दे दी थी। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी में कैद हत्यारे की फोटो और गार्ड से मिली जानकारी पर हत्यारे की तलाश शुरू की गई। बुधवार दोपहर को इसके बारे में जानकारी मिल गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।