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विवेक तिवारी हत्याकांड: यूपी पुलिस का आरोपी सिपाही को खुला समर्थन, मनाएगी काला दिवस

लखनऊ। यूपी पुलिस के जिन दो सिपाहियों पर लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में एपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मारने का आरोप है, उनके समर्थन में विभाग के ही लोगों ने व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ी हुई है। इस घटना को लेकर यूपी पुलिस के सिपाहियों में ख़ासा आक्रोश है। उनका कहना है कि इस मामले में एकतरफा कार्यवाई की गई है। दोनों सिपाहियों को अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया।

सिपाहियों के समर्थन में यूपी राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद की ओर से वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा जा रहा है, जिसमें विवेक तिवारी हत्याकांड में सिपाहियों पर कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए विरोध की तैयारी की गई है। यूपी राज्य पुलिस कर्मचारी परिषद ने इसके लिए इलाहाबाद में मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई, आत्महत्या और हत्या के विरोध से जुड़ी रूपरेखा तय होगी। इसके बाद 5 अक्टूबर को यूपी पुलिस के सिपाही काला दिवस मनाएंगे। इससे पहले आरोपी सिपाही की पत्नी के खाते में मात्र 48 घंटे के अंदर ही 5 लाख रु जमा हो गए हैं। पांच सौ व एक-एक हजार रुपये कई बार में ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए खाते में आए हैं। ये रुपये आरोपी के साथी पुलिस‍कर्मी केस में उसकी मदद के लिए जमा करा रहे हैं।

तीन दिन पहले राखी मलिक के खाते में सिर्फ 333 रुपये थे, 114 रुपये का ब्याज मिला था और खाते में सिर्फ और सिर्फ 447 रुपये बैलेंस था लेकिन इसके बाद खाते में पैसों की बारिश होने लग गई। 29 तारीख को प्रशांत चौधरी को जेल हुई और 30 तारीख को पहली बार कोई 1000 रुपये खाते में डाला। 30 तारीख को ही दो घंटे में 33 हजार रुपये हो गए और इसी दिन शाम पांच बजे तक आंकड़ा एक लाख तक पहुंच गया। 1 अक्टूबर को भी ये सिलसिला चलता ही चला गया। आंकड़ा पांच लाख को पार कर गया। कोई पांच सौ रुपये भेज रहा है, कोई 201 रुपये भेज रहा है और कोई 100 रुपये।

किसी ने 50 रुपये भेजकर ये दिखाने की कोशिश की राखी हम तुम्हारे साथ है। देखते ही देखते राखी के अकाउंट में बहार आ गई और जब एक अक्टूबर को बैंक स्टेटमेंट निकाला गया तो पता चला कि खाते में पांच लाख 28 हजार रुपये है। सिर्फ 48 घंटे में सौ से लाखों रुपये बैंक बैलेंस हो गया। प्रशांत चौधरी पर उत्तर प्रदेश के सिपाहियों ने मुहिम छेड़ रखी है। टारगेट दिया गया है पांच करोड़ का। बाकायदा अकाउंट नंबर है और IFSC कोड दिया गया है। फेसबुक पर लिखा गया है कि प्रशांत चौधरी की पत्नी को केस लड़ने के लिए मदद  करें|

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH