111 दिन से मां गंगा की स्वच्छता और रक्षा की मांग कर रहे पर्यावरणविद स्वामी ज्ञानस्वरूप संत सानंद (प्रोफेसर गुरुदास अग्रवाल) की गुरुवार को एम्स में निधन हो गया।
एम्स प्रशासन के मुताबिक उनकी मौत कार्डियक अरेस्ट के चलते दोपहर करीब दो बजे के आस-पास हुई। वह 87 साल के थे। सानंद गंगा नदी की स्वच्छता को लेकर पीएम मोदी को खत लिख चुके थे।
सानंद ने 9 अक्टूबर को जल का त्याग किया, वैसे ही उनको ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया था। एम्स के डाक्टरों ने भी उनकी जान बचाने की बहुत कोशिश किया।
जीडी अग्रवाल ने अपने आखिरी इंटरव्यू में कहा था कि “मैं 10 अक्टूबर से पानी पीना भी छोड़ दूंगा, संभवत: मैं दशहरा से पहले ही मर जाऊंगा। साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर मैं गंगा को बचाने के दौरान मर जाऊं तो मुझे कोई पछतावा नहीं होगा।”
बता दें, 22 जून को सानंद अनशन पर बैठ गए थे। गंगा सफाई के लिए पिछले 112 दिनों से अनशन पर बैठे पर्यावरणविद् प्रोफेसर जीडी अग्रवाल का निधन हो गया। सानंद के पहले गंगा के ही मुद्दे पर 2011 में 115 दिन के अनशन के बाद स्वामी निगमानंद ने भी दम तोड़ दिया था।