लखनऊ : सर्दी की आहट के साथ राजधानी लखनऊ की हवाएं खराब होने लगी है। सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 272 रहा, जो कि खराब की श्रेणी में आता है। वहीं सोमवार को लखनऊ का एक्यूआई 202 था। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो हवा के वेग में कमी और तापमान गिरने के कारण एक्यूआई खराब हो रहा है।
राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) के प्लांट इकॉलजी ऐंड एनवॉयरमेंट साइंसेज विभाग के हेड डॉ. विवेक पांडेय ने बताया कि ‘हवा में पार्टिक्युलेटेड मैटर की बढ़ोत्तरी की वजह ठंडे होते मौसम के अलावा सड़कों से उड़ने वाली धूल और गाड़ियों की बढ़ती संख्या भी है।’
जानकारी के मुताबिक, अक्टूबर व नवंबर में आमतौर पर हवा का वेग कम होता है, जिससे हानिकारक कणों का घनत्व बढ़ जाता है। साथ ही तापमान में कमी और वातावरण की नमी पार्टिक्युलेटेट पार्टिकल्स को भीतरी वातावरण में ही रोके रहती है। सांस के साथ ये कण किसी भी व्यक्ति के शरीर में पहुंचकर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
फैक्ट्स –
एक्यूआई 272 तक पहुंचा, पीएम 2.5 भी मानक से ज्यादा।
पीएम 2.5 औसतन 90 माइक्रोग्राम/मी3 होना चाहिए। 15 व 16 अक्टूबर को यह मानक से ज्यादा रहा है।
मौसम विशेषज्ञ डॉ ध्रुव सेन सिंह कहते हैं कि ‘शहर का एक्यूआई अभी और खराब होगा। मेट्रो के निर्माण कार्य में ऐहतियात नहीं बरती जा रही है और वाहनों की संख्या भी पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत बढ़ गई है। पेड़-पौधे भी ज्यादा नहीं लगाए गए। ऐसे में ठंड बढ़ने के साथ एक्यूआई का बढ़ना तय है। हालात खतरनाक स्तर तक पहुंच सकते हैं।’