नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एनडी तिवारी का निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। संयोग की बात है कि आज ही उनका जन्मदिन था। एनडी तिवारी तीन बार यूपी और उत्तराखंड के सीएम रह चुके हैं। वह 93 साल के थे। वह केंद्र में भी मंत्री रह चुके हैं। उनकी गिनती कांग्रेस के बड़े नेताओं में की जाती थी।
एनडी तिवारी देश के पहले ऐसे राजनीतिज्ञ थे, जिन्हें दो-दो राज्य का मुख्यमंत्री होने का गौरव प्राप्त हुआ। वह नेहरू-गांधी के दौर के उन चंद दुर्लभ नेताओं में थे, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में सक्रिय योगदान दिया।
एनडी तिवारी का का जन्म नैनीताल के बलौटी गांव में 14 अक्टूबर 1925 को हुआ था। शुरुआती पढ़ाई के बाद वे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी गए, जहां से उन्होंने राजनीति शास्त्र में एमए और फिर एलएलबी किया। वह 1947 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। 1947 से 1949 तक वे ऑल इंडिया स्टूडेंट कांग्रेस के सचिव रहे। एनडी तिवारी पहले ऐसे राजनीतिज्ञ थे, जो दो राज्यों में मुख्यमंत्री बनाए गए। 1976-77, 1984-85, 1988-89 तक वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। तिवारी 2002-2007 तक उत्तराखंड के सीएम रहे।