बेंगलुरू। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का बेंगलुरू के एक अस्पताल में सोमवार तड़के निधन हो गया। वह 59 साल के थे। उनके निधन की खबर सुनते ही सियासी गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई। पार्टी के प्रवक्ता एस. शांताराम ने कहा, “कुमार का शहर के दक्षिणी उपनगर स्थित शंकर कैंसर अस्पताल में तड़के तीन बजे निधन हुआ। उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। अमेरिका से 21 अक्टूबर को लौटने के बाद उन्हें यहां भर्ती कराया गया, जिसके तीन सप्ताह बाद उनका यहां निधन हो गया।”
मंत्री के परिवार में उनकी पत्नी तेजस्विनी और दो बेटियां एश्वर्या और विजेता हैं। अनंत कुमार 1996 से दक्षिण बेंगलुरू लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। वह कैंसर के इलाज के लिए अगस्त से ब्रिटेन और अमेरिका भी गए थे। शांताराम ने कहा, “कुमार जुलाई-अगस्त में संसद के मानसून सत्र के बाद उपचार के लिए पहले लंदन गए थे, जिसके बाद उन्हें अमेरिका के एक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। कैंसर उनके शरीर के अन्य हिस्सों में फैल गया था, जिसके कारण कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर अनंत कुमार के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने लिखा कि अहम सहयोगी और दोस्त के निधन से दुखी हूं। अनंत कुमार के परिवार और समर्थकों के लिए संवेदनाएं। उन्होंने कर्नाटक में पार्टी को मजबूत किया। पीएम ने कहा कि अनंत कुमार अपने अच्छे कामों के लिए याद किए जाएंगे।