Top NewsUttar Pradesh

लखनऊ में गरजे शिवपाल, बोले- सपा में मैंने बस सम्मान मांगा था, चुगलखोरों की वजह से सब हुआ

लखनऊ। अपने बड़े भाई और समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को लखनऊ में जनाक्रोश रैली की। इस विशाल रैली में भारी भीड़ इकठ्ठा हुई। रैली में मुख्य अतिथि के तौर पर समाजवादी सेकुलर मोर्चा के संस्थापक और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव मौजूद रहे। इस रैली में करीब 100 पूर्व विधायकों ने सदस्यता ग्रहण की। साथ ही कुछ बड़े नेताओं ने रैली स्थल पर ही पार्टी की सदस्यता ली। शिवपाल ने इस मौके पर कहा कि पार्टी ने राजधानी में पहली रैली के जरिए इतिहास रच दिया।

शिवपाल ने कहा कि जनाक्रोश रैली किसी व्यक्ति विशेष की नहीं है। यह जनसाधारण के आक्रोश को स्वर देगी। गरीब, किसान, मजदूर के आक्रोश को आवाज देने के लिए इसका आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि हम सामाजिक विकास में पिछड़ गए तमाम जातीय समूहों और वर्गों को अपने साथ जोडऩा चाहते हैं। पार्टी सामाजिक न्याय की लड़ाई को नए संदर्भों से जोड़ते हुए लड़ेगी। रैली को संबोधित करते हुए शिवपाल यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अच्छे दिन और विकास के सपने दिखाकर सत्ता हासिल की, लेकिन न तो अच्छे दिन आए और न ही सूबे के विकास हुआ।

शिवपाल ने आगे कहा कि नेता जी 1989 मे जब मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने बाबरी मस्जिद को बचाने का काम किया था लेकिन उसके बाद 1992 में कई दंगे हो गए। हमारा एक ही मिशन है हम भाजपा को प्रदेश और देश से हटाएंगे। उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से अपील की कि बेईमान, निकम्मी झूठी सरकार को जल्द हटाइए। शिवपाल ने कहा कि आज मुसलमान तनाव में हैं। हम, नेताजी मुसलमानों के साथ खड़े हैं।

शिवपाल ने कहा कि मैं हमेशा समाजवादी पार्टी में रहना चाहता था। मैंने कभी कुछ नहीं मांगा, कोई पद नहीं मांगा। सिर्फ सम्मान मांगा था, नेताजी का सम्मान मांगा था। मैंने बहुत इंतजार किया। नेताजी ने बहुत प्रयास किया। शिवपाल ने रैली में मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि रजत जयंती पर आप सब थे क्या मैंने कोई पद मांगा था। ये सब चुगलखोरों की वजह से हुआ है।

=>
=>
loading...
BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH