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यूपी में एक और पुलिसवाला हुआ भीड़तंत्र का शिकार, गाज़ीपुर में पथराव में सिपाही की मौत

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में आरक्षण की मांग कर रहे निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के वाहन पर पथराव कर दिया। इसमें एक सिपाही की मौत हो गई। यह हादसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के कुछ घंटों बाद हुआ। इस मामले में पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है जबकि 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यूपी में यह दूसरा मामला है, जब भीड़ के हमले में पुलिसकर्मी की मौत हुई है। इससे पहले 3 दिसंबर को बुलंदशहर में भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

पुलिस ने बताया कि पथराव की ये घटना नोनहरा थाने के कठवा मोड़ चौकी के पास हुई है। पुलिस के मुताबिक, निषाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरक्षण की मांग को लेकर अठवा मोड़ चौराहे पर जाम लगा लिया। इसी वक्त मोदी की रैली खत्म हुई थी। रैली में आईं गाड़ियां मुहम्मदाबाद की ओर जा रही थीं। ऐसे में पुलिसकर्मियों ने निषाद समाज के लोगों को वहां से हटाने का प्रयास किया। तभी भीड़ उग्र हो गई और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव में यूपी पुलिस के सिपाही सुरेश वत्स की मौत हो गई।

इस घटना में मारे गए सिपाही की पत्नी के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने 40 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है। वहीं पत्नी को असाधारण पेंशन और माता-पिता को सरकार 10 लाख रुपए देगी। सीएम योगी ने परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी का भी ऐलान किया है। इसके अलावा सीएम योगी ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई के निर्देश दिए हैं।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH