मुंबई। बॉलीवुड में जब कोई भी फिल्म बनती है तो सबसे पहले उसे सेंसर बोर्ड के पास भेजा जाता है। उस फिल्म को देखने के बाद सेंसर बोर्ड निर्णय लेता है कि यह दर्शकों को दिखाने लायक है या नहीं? कई बार सेंसर बोर्ड फिल्म के कुछ सीन को कट कर देते हैं उसके बाद फिल्में थिएटर पहुंचती है। भारत मे कुछ ऐसी फिल्में भी बनी जिनपर सेंसर बोर्ड ने बैन लगाया था। आज हम आपको उन फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं ।
बैंडिट क्वीन
फिल्म बैंडिट क्वीन की चर्चा शुरुआत से ही बॉलीवुड में समय-समय पर होती रही है। इस फिल्म में एक महिला की कहानी को दिखाया गया है जिसकी आबरू समाज के बहुत सारे लोगों ने मिलकर लूटी होती है। इस फिल्म में ज्यादा बोल्ड दृश्य होने की वजह से सेंसर बोर्ड ने इसे पास नहीं किया था।
यूआरएफ प्रोफेसर
इस फिल्म के अंदर शर्मन जोशी, मनोज पहेवा और अनंत माली जैसे अभिनेता थे। जब इस फिल्म को सेंसर बोर्ड के पास भेजा गया तो इसमें दिखाए गए बोल्ड दृश्य की वजह से इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास नहीं किया।
पांच
ये एक विवादित फिल्म थी और इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने बहुत सारे कट लगाने के बाद सिनेमा हॉल में चलाने की कोशिश भी की लेकिन अत्यधिक बोल्ड दृश्य होने की वजह से और अत्यधिक हिंसक होने की वजह से इस फिल्म को दर्शकों को नहीं दिखाया जा सका। फिल्म को अनुराग कश्यप ने बनाया था।
द पेंटेड हाउस
सेंसर बोर्ड ने इस फ़िल्म को समाज और भारतीय संस्कृति के खिलाफ बताया। इस फिल्म में एक बूढ़े व्यक्ति और एक जवान लड़की के बीच संबंधों को दिखाया गया था। यह फिल्म 2015 में रिलीज होने वाली थी।
सिंस
यह फिल्म एक पादरी और लड़की के बीच लव स्टोरी पर आधारित थी। इस फिल्म को सिर्फ यूट्यूब पर ही रिलीज किया गया क्योंकि इस फिल्म में लिमिट से ज्यादा बोल्ड दृश्य थे और सेंसर बोर्ड को यह बात अच्छी नहीं लगी।
कामसूत्र 3D
इस फिल्म में बहुत ही ज्यादा बोल्ड दृश्य थे जिसकी वजह से सेंसर बोर्ड ने इसे पूरी तरीके से बैन कर दिया। यूट्यूब पर यह फिल्म काफी ज्यादा बार देखी जा चुकी है।
अनफ्रीडम
यह फिल्म भारतीय संस्कृति के बिल्कुल भी अनुरूप नहीं थी क्योंकि इसमें दो लड़कियों के संबंधों को दिखाया गया था। ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर बनी इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने हरी झंडी नहीं दी थी। उसके बाद इस फिल्म को यूट्यूब पर रिलीज किया गया।
रिपोर्ट-प्रार्थना श्रीवास्तव