लखनऊ। भारत में ट्रेनों का लेट होना आम बात है। यहां ख़बरें तब बनती हैं जब कोई ट्रेन अपने तय समय पर स्टेशन पहुंच जाए। कुछ ऐसा ही हुआ गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस के साथ। ये ट्रेन गोरखपुर से लखनऊ आने में औसतन 2 घंटे लेट हो जाती है लेकिन पहली बार ये ट्रेन अपने तय समय से पहले ही लखनऊ पहुंच गई। ये ट्रेन अपने तय समय से 45 मिनट पहले लखनऊ पहुंची। जब आप इसकी वजह जानेंगे तो भारतीय रेलवे को सैल्यूट करेंगे।
दरअसल, गोरखपुर निवासी राकेश चंद्र अपने परिवार वालों के साथ मंगलवार को गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस से काजीपेट जा रहे थे। इसके लिए उन्होंने सेकंड एसी कोच ए-3 में चार बर्थ बुक करवाई थीं। ट्रेन फैजाबाद पहुंची तो उन्हें सीने में दर्द का अहसास हुआ। फैजाबाद से ट्रेन चलने के कुछ देर बाद दर्द बढ़ने लगा। इस पर उनके परिवारीजनों ने कोच कंडक्टर को सूचना दी और कंडक्टर ने कमर्शल कंट्रोल और चारबाग स्टेशन के टिकट कलेक्टर ऑफिस में बताया। इस पर टिकट कलेक्टर ने स्टेशन मास्टर को मेमो भेजकर डॉक्टर बुलाने का अनुरोध किया। वहीं, कमर्शल कंट्रोलर ने चीफ कंट्रोलर को सूचना दी।
फैजाबाद और लखनऊ के बीच ट्रेन का कोई ठहराव नहीं है। इस जानकारी पर ऑपरेटिंग अधिकारियों ने ट्रेन को पूरी निर्धारित गति से चलाकर लखनऊ पहुंचाने के निर्देश दिए। इस दौरान फैजाबाद-बाराबंकी सेक्शन के ऑपेटरिंग कंट्रोलर हर स्टेशन पर उसे ग्रीन सिग्नल देते रहे। ड्राइवर को भी अलर्ट किया गया कि वह अधिकतम निर्धारित गति से ट्रेन चलाए। इससे यह ट्रेन शाम चार बजे के बजाए 3:15 बजे ही चारबाग स्टेशन पहुंच गई। चारबाग स्टेशन पर डॉक्टरों ने यात्री की जांच की और उन्हें अस्पताल ले जाने की सलाह दी। इस पर यात्री के परिवार वाले राज़ी नहीं हुए। इसके बाद दो घंटे तक ट्रेन में ही यात्री का इलाज होता रहा। बड़ा में ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया गया।
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