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नोटबंदी पर बोले मनोज तिवारी कहा 30 दिसंबर बाद लोगों की परेशानी खत्म हो जाएगी

दिल्ली नगर निगम, सांसद मनोज तिवारी, कैशलेस इंडिया, नोटबंदी, केजरीवाल सरकारManoj tiwari
दिल्ली नगर निगम, सांसद मनोज तिवारी, कैशलेस इंडिया, नोटबंदी, केजरीवाल सरकार
Manoj tiwari

नई दिल्ली | राजधानी में अगले साल होने जा रहे दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव से पहले भाजपा ने दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष की कमान भोजपुरी सुपरस्टार और सांसद मनोज तिवारी को सौंपकर तुरूप का पत्ता चल दिया है।

एक अनुमान यह है कि यह फैसला पूर्वाचली मतदाताओं को रिझाने के लिए उठाया गया है, लेकिन मनोज तिवारी की प्राथमिकता नरेंद्र मोदी के कैशलेस इंडिया के सपने को पूरा करने की है। वह नोटबंदी की समस्या से जूझ रही जनता को 30 दिसंबर के बाद इस परेशानी से निजात मिलने का दावा कर रहे हैं।

भारत जैसे देश में जहां की एक बड़ी आबादी नई तकनीक और प्रौद्योगिकी से महरूम है, ऐसी स्थिति में कैशलेस इंडिया का सपना किस तरह साकार होगा? उन्होंने आईएएनएस को बताया, “नोटबंदी आज के समय की जरूरत थी। अभी हाल ही में 43 लाख रुपये के जाली नोट पकड़े गए हैं और आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा। ऐसे में भ्रष्टाचार से निजात पाना है तो कैशलेस इंडिया को बढ़ावा देना होगा। कैशलेस बैंकिग आज के समय की जरूरत बन गई है, जिसके बिना भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना बहुत मुश्किल है।”

प्राथमिकताओं के सवाल पर मनोज कहते हैं, “हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैशलेस इंडिया के सपने को पूरा करना है, क्योंकि इसी से मजबूत राष्ट्र की परिकल्पना को पूरा किया जा सकता है।”

तिवारी ने कहा, “मैं मानता हूं कि देश को कैशलेस बनाने में बहुत सारी दिक्कतें आने वाली हैं, लेकिन इन दिक्कतों को आसानी से दूर किया जा सकता है। जब देश में कंप्यूटर क्रांति की शुरुआत हुई थी, तब भी कुछ लोगों ने इसका विरोध किया था। मैं आपको आश्वासन देता हूं कि 30 दिसंबर के बाद लोगों की परेशानियां खत्म होने वाली हैं।”

देश की एक बड़ी आबादी गांवों में रहती है, जहां अभी तक बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। निरक्षरता भी कैशलेस इंडिया बनने में एक रोड़ा है। ऐसे में कैशलेस के सपने को किस तरह पूरा किया जाएगा? तिवारी ने कहा, “देश की एक बड़ी आबादी के पास बिजली जैसी बुनियादी सुविधा का अभाव है और निरक्षरता एक प्रमुख बाधा भी है, लेकिन अच्छा है कि हम कैशलेस इंडिया के बहाने लोगों को पहले शिक्षित भी करेंगे।”

उन्होंने कहा, “कैशलेस इंडिया का मतलब 100 फीसदी कैशलेस इंडिया बनाना नहीं है। अमेरिका जैसा देश भी अभी तक 100 फीसदी कैशलेस नहीं बन पाया है। यहां लोगों को गुमराह किया जा रहा है। कैशलेश इंडिया में नकदी बिल्कुल खत्म नहीं की जाएगी। नकदी लेनदेन बना रहेगा।”

वह केजरीवाल सरकार के कामकाज पर निशाना साधते हुए कहते हैं, “वह मुख्यमंत्री दिल्ली के हैं, लेकिन यहां ध्यान देने के बजाए पंजाब, गोवा में घूम रहे हैं। केजरीवाल ने चुनाव से पहले 70 वादे किए थे, लेकिन उन 70 वादों के 700 टुकड़े हो गए हैं।” मनोज तिवारी का कहना है कि वह अगले कुछ सप्ताह लोगों से मिलकर उनकी परेशानियां साझा करने वाले हैं और फिर उसी के अनुरूप अपनी नीतियों का खाका पेश करेंगे।

 

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