लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ज़हरीली शराब पीने से मृतकों की संख्या बढ़कर 83 जो गई है। जबकि कई की हालत गंभीर है जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। उधर, यूपी के सीम योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव (आबकारी) और डीजीपी को शराब माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ दोषी अफसरों को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं।
इतना ही नहीं योगी ने तो इस हादसे के पीछे समाजवादी पार्टी पर शक जताया है। योगी ने कहा कि ऐसी शरारतपूर्ण घटनाएं पहले भी हुई हैं। पहले भी समाजवादी पार्टी के नेता ऐसी घटनाओं में पकड़े गए हैं। यह एक षड्यंत्र है या नहीं, इसकी जांच के लिए उत्तराखंड मुख्यमंत्री से मैंने खुद बात की है।
बता दें कि यूपी और उत्तराखंड में जहरीली शराब पीकर मरने वालों का आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, सबसे ज्यादा 55 मौतें उप्र के सहारनपुर में हुईं। मेरठ में 18, कुशीनगर में 10 और उत्तराखंड के रुड़की में 32 लोगों की जान गई। सूत्रों की मानें तो माफिया ने शराब में स्प्रिट या चूहा मारने की दवा मिलाई थी।
वहीं यूपी के मंत्री लक्ष्मी नारायण ने पूर्ववर्ती सपा सरकार पर निशान साधते हुए कहा, “इस सरकार में और इस पार्टी में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जो ऐसे काम करे। ऐसे नंबर दो के काम पूर्ववर्ती सरकार में होते थे, वही कर रहे होंगे।”