गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान की तरफ कड़ा रुख दिखाना शुरू कर दिया है। पुलवामा हमले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घेरना शुरू कर दिया है, जिससे वह बौखला गया है। भारत की रग रग से वाकिफ है पाकिस्तान वो जनता है पुलवामा हमले के बाद भारत चुप नहीं बैठेगा, हमले का बदला ज़रूर लेगा इसलिए पाकिस्तान एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र (UN) की शरण में पहुंच गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने UN महासचिव एंतोनियो गुतेरेस को चिट्ठी लिख भारत के खिलाफ शिकायत की है।महमूद कुरैशी ने लिखा है कि पुलवामा हमले के बाद से ही भारत सरकार ने तनाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले इस प्रकार के मुद्दे को उठा रहे हैं।
पाक विदेश मंत्री ने बताया कि भारत इलाके में तनाव को बढ़ाना चाहता है और जिससे काफी नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले से कई दिनों पहले ही उनके कार्यालय ने बताया था कि चुनाव से पहले हिंदू वोट हथियाने के लिए इस प्रकार के हथकंडे अपनाए जा सकते हैं। जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ इस तरह का एक्शन ले सके। पाकिस्तान को जानबूज कर फसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर पुलवामा हमले में पाकिस्तान का कोई संबंध है, तो भारत को इसके सबूत देने चाहिए। हम अपनी निष्पक्ष जांच कराएंगे। उन्होंने लिखा कि UN को एक्शन लेते हुए भारत को कहना चाहिए कि ऐसे तनाव को रोका जाए।
14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सुरक्षाबलों के 40 जवान शहीद हो गए थे। ये हमला जैश-ए-मोहम्मद ने किया था, जो पाकिस्तान में बैठकर आतंक फैलाता है। इस हमले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान पर कार्रवाई शुरू कर दी है। ऐसा पहली बार नहीं है जब जम्मू-कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान यूएन में गया हो, इससे पहले भी वह कई बार दुनिया के सामने इस मुद्दे को उठाता रहा है। लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है। इस समय भी अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश हो चुका है।