नई दिल्ली। भारत का सच्चा दोस्त अमेरिका ही अब उसे आंखे दिखा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह भारत से प्रिफरेंशियल ट्रेड स्टेट्स (तरजीही व्यापार दर्जे) को खत्म करने का मन बना रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी संसद ‘कांग्रेस’ को पत्र लिखकर इस बारे में जानकारी भी दी है। अगर ट्रंप इस योजना को लागू करने में सफल होते हैं तो करीब 5.6 अरब डॉलर का भारतीय निर्यात अमेरिकी बाजार में टैक्स फ्री नहीं रह जाएगा। भारत के निर्यात को इस कदम से बड़ा झटका लगेगा।
ट्रंप ने दलील दी कि भारत, अमेरिका को यह आश्वासन देने में विफल रहा है कि वह विभिन्न क्षेत्रों में अपने बाजारों को न्यायसंगत एवं उचित पहुंच प्रदान करेगा। अमेरिकी प्रतिनिधिसभा की स्पीकर नैन्सी पैलोसी को लिखे एक पत्र में ट्रंप ने कहा कि भारत ने अमेरिका को आश्वस्त नहीं किया कि वह भारत के बाजारों में न्यायसंगत एवं उचित पहुंच प्रदान करेगा। ट्रंप ने पत्र में कहा, “मैं यह आकलन करना जारी रखूंगा कि भारत सरकार ‘जीएसपी’ पात्रता मानदंड के अनुसार, अपने बाजारों में समान एवं उचित पहुंच प्रदान करती है या नहीं।’ ट्रंप ने एक अन्य पत्र में तुर्की से भी यह उपाधी वापस लेने की जानकारी दी।
बता दें कि शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को धमकी देते हुए कहा था कि भारत बहुत अधिक शुल्क लगाने वाला देश है। उन्होंने कहा कि वह पारस्परिक बराबर कर या फिर कम से कम एक मामूली कर चाहते हैं। इस दौरान ट्रंप ने अमेरिका की हर्ले-डेविडसन मोटरसाइकिल का उदाहरण देते हुए कहा था, ‘‘जब हम भारत को मोटरसाइकिल भेजते हैं तो उस पर वहां 100 प्रतिशत का शुल्क लगाया जाता है. वे हमसे 100 प्रतिशत शुल्क लेते हैं लेकिन जब भारत हमें मोटरसाइकिल भेजता है तब हम उनसे कुछ भी शुल्क नहीं लेते हैं।”