लखनऊ। शनिवार लखनऊ के पीजीआई इलाके में ई-रिक्शा चोरी के आरोप में पुलिस ने एक नाबालिक को अरेस्ट कर लिया। नाबालिक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने बच्चे को अरेस्ट कर थर्ड डिग्री दी। घटना के बाद परिजन नाबालिक को लेकर एसएसपी आवास पहुंचे और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत की। बच्चे का आरोप है कि उसको पुलिस जबरदस्ती चोरी का जुर्म कबूलने पर मजबूर कर रही थी। फिलहाल इस मामले के जांच की ज़िम्मेदारी सीओ कैंट को सौप दी है।
ये मामला पीजीआई थाना की तेलीबाग चौकी में सामने आया है। वृंदावन कॉलोनी का रहने वाला एक मजदूर जिसकी आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते उनका नाबालिग बेटा भी किराए पर ई-रिक्शा चलाता था। नाबालिग का आरोप है कि चौकी इंचार्ज के सामने कई पुलिस वाले उस पर चोरों के साथ मिले होने और चोरी का पैसा मिलने की बात कुबूलने का दबाव डाल रहे थे। एक सिपाही उसके पैरों को जूतों से रौंद रहा था। दूसरा डंडे मारते हुए वारदात कुबूलने को कह रहा था।
जानकारी के अनुसार, पीड़ित की मां का ये भी आरोप है कि उसका नाबालिक बेटा जिसका ई-रिक्शा चलाता है उसकी शह पर पुलिसकर्मियों ने उसके बेटे को थर्ड डिग्री दी। एसपी नॉर्थ सुकीर्ति माधव और सीओ तनु उपाध्याय तमाम पुलिसकर्मियों साथ एसएसपी आवास पहुंचे और बच्चे को मेडिकल के लिए भेजा गया। एसपी सुकीर्ति माधव का कहना है कि जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नाबालिक और उसके माता-पिता इस वारदात से सहमे हुए है।