National

आरबीआई गर्वनर ‘काला धन’ के सवाल को टाल गए

भारतीय रिजर्व बैंक, गर्वनर उर्जित पटेल, मौद्रिक समीक्षा समिति, नोटबंदीUrjit Patel
भारतीय रिजर्व बैंक, गर्वनर उर्जित पटेल, मौद्रिक समीक्षा समिति, नोटबंदी
Urjit Patel

मुंबई | भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल ने उन सवालों को टाल दिया, जिनमें उनसे पूछा गया था कि बंद किए गए सारे नोट लगभग बैंकों में वापस आ चुके हैं, तो क्या इसका मतलब यह है कि अर्थव्यवस्था में काला धन नहीं है।

गर्वनर बुधवार को मौद्रिक समीक्षा समिति की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से मध्यम से दीर्घकालिक नतीजे अच्छे आएंगे, जबकि अल्पकालिक परेशानी (जिसके बारे में हम सब को पता है) हो रही है।

पटेल ने कहा कि इससे अर्थव्यवस्था में काफी पारदर्शिता आएगी, कर संग्रह बढ़ेगा, नकली नोट बनाना मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि नए फीचर्स जोड़े गए हैं और अर्थव्यवस्था का डिजिटीकरण होगा।

उन्होंने कहा कि इससे नोट छापने की लागत भी घटेगी, क्योंकि अर्थव्यवस्था डिजिटल होने से कम नोट छापने पड़ेंगे।

यह पूछे जाने पर कि क्या नोटबंदी से पहले इसके फायदे और इस पर आनेवाले खर्च का विश्लेषण किया गया था और अगर बंद किए गए सारे पुराने नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस जमा हो गए हैं, तो क्या इसका मतलब यह है कि देश में काले धन की समस्या नहीं है। आरबीआई के गर्वनर ने प्रश्न के दूसरे हिस्से का जबाव देना पसंद नहीं किया।

 

=>
=>
loading...