नई दिल्ली। झारखंड में 81 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन सरकार बनाती हुई दिख रही हैं। जेएमएम+ जहां बहुमत से पांच सीट ज्यादा 46 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए दिख रही है तो वहीँ भाजपा के खाते में 26 सीटें आती दिख रही हैं। पिछली बार के मुकाबले भाजपा को 12 सीटों का नुकसान होता हुआ दिखाई दे रहा है।
इस जीत के साथ ही हेमंत सोरेन का सीएम बनना लगभग तय है। हेमंत जुलाई 2013 से दिसंबर 2014 तक 16 महीनों के लिए राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके पिता और जेएमएम के संस्थापक शिबू सोरेन पहली बार मार्च 2005 में सिर्फ 10 दिनों के लिए मुख्यमंत्री रहे। दूसरी बार अगस्त 2008 में चार महीने तथा तीसरी बार दिसंबर 2009 में पांच महीनों के लिए मुख्यमंत्री बने।
अधिकतर एग्जिट पोल्स ने जेएमएम को ही सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरते दिखाया था। वहीँ इस जीत के बाद हेमंत सोरेन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य की जनता का आभार जताया। सोरेन ने कहा कि आज का दिन संकल्प लेने का दिन है। अब झारखंड में एक नए अध्याय की शुरूआत होगी। इसके साथ ही झामुमो चीफ ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजद चीफ लालू प्रसाद यादव को भी धन्यवाद दिया और जीत को महागठबंधन की जीत बताया।
सोरेन ने कहा कि यह जीत मील का पत्थर साबित होगी। इस जीत से जनता की उम्मीदें पूरी होंगी। बता दें कि हेमंत सोरेन का सीएम बनना लगभग तय माना जा रहा है।