नई दिल्ली। पिछले साल देश की राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके के जिस घर में 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली थी, अब उस घर को किरायदार मिल गया है। घटना के बाद यही घर खौफ का पर्याय बन गया था। घर के अगल-बगल रहने वाले लोग आज भी उस घटना को यादकर खौफ से भर जाते हैं। इतना ही नहीं, इलाके के लोगों ने इस घटना के बाद उस गली से गुजरना तक छोड़ दिया था।
जिस शख्स ने इस घर को लेने की हिम्मत दिखाई है उसका नाम मोहन सिंह कश्यप है। उनकी इस बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर पैथलॉजी लैब बनाने और पहले मंजिल पर परिवार के साथ रहने की योजना है। अब यदि मोहन सिंह उस घर में रहना शुरू कर देते हैं तो वह घर डेढ़ साल बाद फिर से गुलजार हो जाएगा। मोहन कश्यप ने कहा कि मुझे अंधविश्वास पर कोई भरोसा नहीं है और इतना जानता हूं कि यह घर मेरे बजट में है।
उन्होंने बताया कि सपरिवार प्रवेश करने से पहले वो उस घर में हवन करवाएंगे। माना जाता है कि हवन करने से घर शुद्ध हो जाता है और वहां नकारात्मकता समाप्त हो जाती है। परिवार को उस घर में रहने में कोई दिक्कत तो नहीं है, इस सवाल पर मोहन ने बताया कि मेरे बच्चे इस घर में पहले से आते-जाते रहे हैं, वो यहां ट्यूशन पढ़ते थे। खास बात है कि मोहन का परिवार बुराड़ी के इस इलाके से पहले से परिचित हैं क्योंकि मोहन की दुकान फिलहाल उस घर के पास ही है। उनके बच्चे भी पास के ही स्कूल में पढ़ते हैं। अभी मोहन सिंह कश्यप बुराड़ी से कुछ किलोमीटर दूर भजनपुरा में रहते हैं।